Chatra: सदर थाना पुलिस ने फर्जी कागजातों के आधार पर सिम कार्ड विक्रेता को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान रूपेश कुमार, पिता बिगन रविदास, प्रखंड हंटरगंज, गांव चकला के रूप में हुई है. वह दूसरे के नाम पर सिम कार्ड आवंटित कराकर ऊंची कीमत पर अन्य दूसरे व्यक्ति को बेचता था. इस संबंध में सदर थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि पुलिस उप महानिरीक्षक उत्तरी छोटानागपुर प्रक्षेत्र द्वारा जिले में आपराधिक समूहों द्वारा की जा रही आगजनी जैसी घटनाओं की विशेष समीक्षा की गयी थी, जिसमें उक्त प्रकार के कांडो में प्रयोग किये गये मोबाइल नंबरों को फर्जी कागजातों के आधार पर निर्गत किये जाने की पुष्टि हुई थी. उनका प्रयोग रंगदारी वसूलने में या घटना को कारित करने में किया जा रहा है.
कहा कि इसके विरुद्ध कार्रवाई के लिए अभियान चलाया गया. इस दौरान एक घटना में प्रयोग किया गया मोबाइल नंबर के धारक हंटरगंज थाना क्षेत्र के विशुनपुर गांव निवासी वासुदेव यादव को पकड़ा गया. उसने पुलिस के समक्ष के बताया कि सिम कार्ड विक्रेता द्वारा जालसाजी कर मेरे नाम का आवंटित सिमकार्ड किसी अन्य व्यक्ति को दे दिया गया है. उनके बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी. इसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए सिम विक्रेता चकला निवासी रूपेश कुमार को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अपराधी रूपेश कुमार को जेल भेज दिया गया है. छापामारी टीम में थाना प्रभारी के अलावा पुलिस अवर निरीक्षक हरीशचंद्र तिवारी व जिला बल के जवान शामिल थे.
ऐसे करता था जालसाजी
थाना प्रभारी विपिन कुमार ने बताया कि सिम कार्ड विक्रता रूपेश अपनी दुकान में सिम लेने आने वाले व्यक्ति के साथ जालसाजी करता था. कोई एक सिम लेने पहुंचा तो उसका दो बार फिंगर प्रिंट ले लेता था. उसके नाम से दो सिम कार्ड निर्गत कर लेता था. इसके बाद उस व्यक्ति को एक सिम कार्ड देता था, और एक सिम ऊंची कीमत पर किसी अन्य व्यक्ति को बेचा करता था. उसी सिम का उपयोग नक्सली व आपराधिक घटनाओं में उपयोग किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस तरह करने वाले सिम कार्ड विक्रेता व फर्जी सिम कार्ड का उपयोग करने वाले व्यक्ति को किसी भी हाल में नहीं बख्शा जायेगा.
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