Kausal Anand
Ranchi: भाजपा के गोगो दीदी सम्मान योजना का जवाब झामुमो सम्मान योजना से देने की तैयारी है. भाजपा जहां महीने 2100 रुपए देने की बात कह रही है, वहीं अब झामुमो महीने 2500 रुपए देगा. झामुमो ने इसके लिए विधिवत्त रूप से फार्म छपवा कर इसे भरवाए जाने की अनुमति इलेक्शन कमीशन से मांगी है. पार्टी के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राज्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार से मिला. इस मौके पर जिलाध्यक्ष मुस्ताक आलम, हेमलाल मेहता आदि मौजूद थे. कुल मिलाकर झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले झामुमो और भाजपा में पैसे बांटने वाली योजनाओं की होड़ लग गई है. हेमंत सरकार ने चुनाव से पहले मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का मास्टर कार्ड खेला.
इस योजना के तहत 18 से 50 साल तक की महिलाओं के महीने में एक हजार और साल में 12 हजार रुपए दिये जा रहे हैं. मंईयां सम्मान योजना की सफलता को देख कर बीजेपी में खलबली मच गई. आनन-फानन में उसने दीदी गोगो योजना का दांव खेल दिया. भाजपा ने घोषणा की कि चुनाव के बाद पार्टी की सरकार आती है, तो महिलाओं को मंईयां सम्मान योजना से 1100 रुपए अधिक यानी 2100 रुपए हर महीने दिये जाएंगे. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी समेत कई नेता कैंप लगा कर महिलाओं से इस योजना का फॉर्म भी भरवा रहे हैं. अब वापस झामुमो भाजपा के नहले पर दहला का दांव खेलते हुए झामुमो सम्मान योजना शुरू करने जा रही है. इसके तहत महिलाओं को हर महीने 2500 रुपए और साल में 30000 रुपए देने की घोषणा की है.
भाजपा की शिकायत करते हुए मांगी गई अनुमति
पार्टी ने इलेक्शन कमीशन को एक पत्र सौंप कर कहा कि इसके तहत महिलाओं को हर साल 30 हजार रुपए दिए जाएंगे. यह नई योजना है जिसे झामुमो लांच करना चाहती है.कहा गया कि भाजपा द्वारा एक पंजीकरण फॉर्म प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें आवेदकों को “गोगो दीदी योजना”” के तहत पंजीकरण के लिए आमंत्रित किया जा रहा है. इस फॉर्म में नाम, पता, मोबाइल नंबर, पंचायत, ब्लॉक, जिले का नाम आदि जैसे विवरण मांगे जा रहे हैं. इस योजना में हर महीने की 11 तारीख को प्रत्येक महिला को 2100 रुपए और प्रति वर्ष 25000 रुपए देने का वादा किया गया है. यह एक चुनावी हथकंडा है, और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 123 के तहत परिभाषित भ्रष्ट आचरण की श्रेणी में आता है. यह 1951 के प्रावधानों के तहत रिश्वत का प्रलोभन है.इसके बाद पत्र में कहा गया है कि यदी भारतीय जनता पार्टी द्वारा जारी फॉर्म “गोगो दीदी योजना ””आपके दिशा-निर्देश के विरुद्ध नहीं है, तो हमें भी “झामुमो. सम्मान योजना” लागू करने की अनुमती दि जाए.”
झामुमो ने चुनाव आयोग को ही उलझा दिया
झारखंड में बीजेपी की दीदी गोगो योजना को लेकर फार्म भरवाये जाने का झामुमो ने विरोध किया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इसे गलत बताते हुए सभी जिलों को डीसी को निर्देश दिया है, साथ ही चुनाव आयोग से कार्रवाई करने की मांग की है. चुनाव आयोग की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं होने पर अब झामुमो भी खुल कर मैदान में उतर गया है. झामुमो ने निर्वाचन आयोग से कहा कि अगर बीजेपी द्वारा जारी फॉर्म “गोगो दीदी योजना ”आपके दिशा-निर्देश के विरुद्ध नहीं है तो हमें भी “झामुमो सम्मान योजना” लागू करने की अनुमति दी जाए. इसको लेकर निर्वाचन आयोग की उलझनें बढ़ गई हैं.
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