Jammu : जम्मू-कश्मीर में माता वैष्णो देवी तीर्थ क्षेत्र में नये साल के दिन मची भगदड़ मामले की हाई लेवल कमेटी जांच करेगी. तीन सदस्यों वाली कमेटी एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट भी देगी. हाई लेवल कमेटी में प्रधान सचिव (होम) शालीन काबरा, जम्मू पुलिस के एडीजी मुकेश सिंह और डिविजनल कमिश्नर राजीव लंगर शामिल हैं. भगदड़ में कुल 12 लोगों की मौत हुई, जबकि 15 से अधिक लोग घायल हुआ है. इस बीच जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा कि एक मामूली लड़ाई इस ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ घटना के लिए जिम्मेदार है.
इस तरह की यह पहली घटना
जम्मू से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर त्रिकूटा पहाड़ी पर स्थित इस धाम पर इस तरह की यह पहली घटना है, जहां पर हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए जाते हैं. भगदड़ बीती रात करीब ढाई बजे मंदिर के गर्भगृह के बाहर गेट नंबर तीन के पास हुई. यहां पर कटरा आधार शिविर से करीब 13 किलोमीटर की दूरी तय कर श्रद्धालु जमा होते हैं.
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मृतकों में सात यूपी और तीन दिल्ली के रहने वाले थे
भगदड़ की घटना में मरे 12 लोगों में सात यात्री उत्तर प्रदेश के और तीन दिल्ली के रहने वाले थे. जबकि बचे हुए दो यात्री जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के रहने वाले थे. इन सभी यात्रियों की पहचान भी कर ली गई है. अधिकारियों की ओर से घटना में जान गंवाने वाले यात्रियों की सूची में उत्तर प्रदेश से श्वेता सिंह (35), धर्मवीर सिंह (35), विनीत कुमार (38), अरुण प्रताप सिंह (30), मोनू शर्मा (32), मोहिंदर गौर (26), नरिंदर कश्यप (40) शामिल हैं. वहीं, दिल्ली के जिन तीन तीर्थयात्रियों की मौत हुई है, उसमें आकाश कुमार (29), सोनू पांडे (24) और विनय कुमार (24, हरियाण की ममता और जम्मू-कश्मीर के धीरज कुमार शामिल हैं.
राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह स्थिति का जायजा लेने पहुंचे
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि भगदड़ की घटना की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया गया है. प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह के साथ भगदड़ में धाम पर स्थिति का जायजा लेने पहुंचे जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा कि एक मामूली लड़ाई इस ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ घटना के लिए जिम्मेदार है. घटना में घायल हुए सोलह लोगों को काकरियाल के श्री माता वैष्णो देवी नारायण अस्पताल में भर्ती कराया गया. अधिकारियों ने कहा कि उनमें से छह को आवश्यक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.