Ranchi: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को सिरमटोली फ्लाइओवर राजधानी वासियों को सौंप दी. इस फ्लाईओवर के जरिए राजेंद्र चौक से सिरमटोली दो से तीन मिनट में पहुंचा जा सकेगा. इससे समय और इंधन दोनों की बचत होगी. पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने कहा कि इस फ्लाईओवर के निर्माण में कई ऐसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है, जो देश में पहला है.
रेलवे स्पैम 132 मीटर का
प्रधान सचिव ने कहा कि इस फ्लाईओवर में रेलवे स्पैम 132 मीटर केल स्टे ब्रिज है. वहीं हरमू नदी पर 94 मीटर का केबल स्टे ब्रिज है. इस फ्लाईओवर की कपल लंबाई 2.34 किलोमीटर है.
रेलवे से सेफ्टी सर्टिफिकेट भी कराया उपलब्ध
प्रधान सचिव सुनील कुमार ने कहा कि आज ही के दिन रेलवे ने भी इस फ्लाईओवर के लिए सेफ्टी सर्टिफिकेट उपलब्ध करा दिया है. मंच पर ही रेलवे के डीआरएम से यह सर्टिफिकेट प्रदान किया. रैंप को 114 मीटर से घटाकर 84 मीटर कर दिया गया है.
तीन साल से भी कम समय में हुआ पूरा
सिरमटोली फ्लाईओवर का निर्माण कार्य तीन साल से भी कम समय में पूरा किया गया. इसकी कुल लागत 356.76 करोड़ रुपए है. इस फ्लाईओवर से अब 40 फीसदी ट्रैफिक डायवर्ट हो सकती है.