kamrul Arfi
Balumath (Latehar): प्रखंड के चेताग पंचायत के सिमरसोत गांव के बूथ संख्या 104 में स्थानीय ग्रामीणों ने रोड व पुलिया नहीं तो वोट नहीं देने का निर्णय लिया था. सोमवार को मतदान के समय शुरू होने के घंटों बाद जब कोई वोटर मतदान केंद्र पर नहीं पहुंचे तो मतदान अधिकारियों ने इसकी सूचना जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह लातेहार की उपायुक्त गरिमा सिंह को दी. डीसी ने इसे गंभीरता से लेते हुए प्रशासनिक पदाधिकारियों को मतदान केंद्र पर भेजा और ग्रामीणों को विश्वास में लेकर वोटिंग शुरू कराने का निर्देश दिया. उपायुक्त के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी सोमा उरांव, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी आशुतोष कुमार सत्यम, थाना प्रभारी विक्रांत कुमार उपाध्याय और चेताग पंचायत के मुखिया नरेश उरांव सिमरसोत स्थित मतदान केंद्र पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया.
उन्होंने जब बताया कि चुनाव के बाद डीएमएफटी फंड से सड़क और पुलिया निर्माण कराया जायेगा, तब ग्रामीण मतदान के लिए राजी हुए. करीब तीन घंटे विलंब से मतदान शुरू हो पाया. ग्रामीणों ने बताया कि आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी सिमरसोत के ग्रामीण सड़क और पुलिया से वंचित हैं. मामूली बारिश में भी दोपहिया वाहन से भी चलना ग्रामीणों के लिए दुभर हो जाता है. सिमरसोत गांव बालूमाथ प्रखंड मुख्यालय से महज चार किलोमीटर की दूरी पर है. गांव की अधिकांश आबादी अनुसूचित जनजाति के गंझु व भोगता की है. बूथ संख्या 104 में आठ सौ से अधिक निबंधित मतदाता हैं. अधिकतर आबादी दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करती है.
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