- 20 हजार आबादी अंधेरे में, प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप
- ग्रामीण बोले- अब आश्वासन नहीं, ठोस समाधान चाहिए
- जब तक ट्रांसफार्मर नहीं बदलेगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा
Dhanbad : बिजली संकट से जूझ रहे बस्तकोला के ग्रामीणों का आखिरकार सब्र का बांध टूट गया. आक्रोशित ग्रामीण ने बुधवार की सुबह BCCL एरिया-9 बस्ताकोला कोलियरी कार्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया और धरने पर बैठ गए. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और बिजली समस्या के शीघ्र समाधान की मांग की.
15 दिनों से ठप है बिजली आपूर्ति
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बस्तकोला में लगे 500 KV का ट्रांसफार्मर जलने से 10 दिनों से बिजली आपूर्ति ठप है. इस कारण लगभग 20 हजार की आबादी अंधेरे में जिंदगी गुजारने को मजबूर है. त्योहार के मौसम में जहां लोग पूजा की तैयारी कर रहे हैं, वहीं ग्रामीण अंधेरे और असुविधा से त्रस्त हैं.
धरने पर बैठने को हैं मजबूर
ग्रामीणों ने बताया कि वे पिछले तीन महीनों से प्रबंधन से नया ट्रांसफार्मर लगाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन प्रबंधन की ओर से सिर्फ आश्वासन ही मिला. उन्होंने कहा 15 सितंबर को ट्रांसफार्मर जला है. आज 23 सितंबर हो गया. लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं की गई. इसलिए आज हम धरने पर बैठने को मजबूर हो गए.
90 लाख का बजट स्वीकृत, फिर भी बिजली व्यवस्था में सुधार नहीं
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बिजली नहीं रहने से बच्चों की पढ़ाई से लेकर व्यवसाय और घरेलू कार्य सब प्रभावित है. उन्होंने यह भी कहा इलेक्ट्रिक सिस्टम के लिए 90 लाख रुपये का बजट स्वीकृत है. बावजूद इसके प्रबंधन द्वारा बिजली व्यवस्था सुधारने में उदासीनता बरती जा रही है.
मांगे पूरी नहीं हुई तो एरिया ऑफिस बंद किया जाएगा
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अभी केवल गेट बंद कर विरोध दर्ज कराया गया है. यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो आगे आंदोलन और उग्र होगा. उन्होंने कहा कि जब तक नया ट्रांसफार्मर नहीं मिलता, आंदोलन जारी रहेगा. जरूरत पड़ी तो एरिया ऑफिस को पूरी तरह बंद कर परियोजना की ट्रांसपोर्टिंग भी ठप किया जाएगा.
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