- विधायक कमलेश कुमार सिंह के कार्यकाल में सूर्या मॉडल की चारों ओर हो रही चर्चा
- ग्राम सभा के माध्यम से हुआ 500 गांव में हुआ विकास कार्य
Medininagar : झारखंड के हुसैनाबाद हरिहरगंज विधानसभा क्षेत्र इकलौता ऐसा क्षेत्र है, जहां विधायक कोटा की राशि खर्च करने का निर्णय ग्रामीण लेते हैं. दरअसल हुसैनाबाद में एनसीपी के विधायक कमलेश कुमार सिंह हैं, जिन्हें लोग क्षेत्र में विकास पुरुष के नाम से जानते हैं. एनसीपी के प्रदेश प्रवक्ता व हुसैनाबाद विधायक कमलेश कुमार सिंह के बेटे सूर्या सिंह ने पिता के चुनाव जीतने के बाद 2019 से ग्रामसभा के माध्यम से विधायक कोटा की राशि खर्च करने का निर्णय लिया. विधायक कमलेश कुमार सिंह ने इसे अपनाया. उन्होंने सूर्या सिंह की सोंच को ग्रामीणों के हित में बताते हुए इसे अपने क्षेत्र में लागू कर दिया. 2019 से अब तक हुसैनाबाद हरिहरगंज विधानसभा क्षेत्र के 500 गांव में विधायक कोटा का काम ग्राम सभा के माध्यम से चयन कर किया गया. इसे ग्रामीण सूर्या मॉडल कहने लगे हैं.
ग्रामीण व एनसीपी कार्यकर्ता सूर्या मॉडल से काफी प्रभावित हैं. वह कहते हैं कि सभी विधायक व सांसदों को ग्रामीणों की सहमति से विधायक कोटा की राशि खर्च करनी चाहिए. इससे गांव में जिस काम की बहुत जरूरत महसूस की जाती है, वह आसानी से हो जाता है. ग्रामीणों को किसी के पास आरजू मिन्नत नहीं करनी पड़ती है. सूर्या मॉडल पर एनसीपी के झारखंड प्रदेश प्रवक्ता सूर्या सिंह ने बताया कि सिर्फ योजनाओं का चयन ही नहीं, शिलान्यास और उद्घाटन भी स्थानीय कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में ग्रामीणों से ही कराया जाता है. उन्होंने कहा कि ग्राम सभा में ग्रामीण बिना भेदभाव निष्पक्ष होकर योजनाओं का चयन करते हैं. उन्होंने कहा कि आम जनता का पैसा आम जनता की सहमति से खर्च किया जाता है. इससे ग्रामीणों में काफी खुशी व उत्साह देखा जाता है. ग्रामीण कहते हैं कि इस तरह की व्यवस्था कभी न देखा है और न सुनने को मिली है. उन्होंने कहा कि इस तरह की व्यवस्था से गांव का जरूरी काम आसानी से हो रहा है. उन्होंने सूर्या मॉडल की सराहना की है.
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