शिलानदी घाट में मंत्रोचारण
इनमे 108 कन्या मिट्टी कलश के साथ शामिल हुईं. कथावाचक सौनेन्द्र महाराज द्वारा शिलानदी घाट में वैदिक मंत्रोचारण और पूजा के बाद नदी का पवित्र जल कलश में संग्रह किया गया. इस शोभायात्रा में श्रद्धालु एवं कलश यात्रा में शामिल कन्याओं ने धर्म की जय हो, अर्धम का नाश हो के जयकारे किये. साथ ही हरे कृष्ण हरे राम के कीर्तन करते हुए पाटनपुर, बाघमारा और डांढ़ समेत लगभग तीन किलोमीटर का सफर तय किया. इसे भी पढ़ें- बेरमो:">https://lagatar.in/bermo-a-tractor-with-three-tons-of-illegal-coal-seized/36038/">बेरमो:तीन टन अवैध कोयला सहित एक ट्रैक्टर जब्त
वाद्ययंत्र बजाये गये
इस शोभायात्रा में पारंपरिक वाद्ययंत्र और मंगलध्वनी गूंजता रहा. इससे आसपास का वातावरण भक्तिमय हो गया. इस दौरान आसपास के गांव के लोग काफी संख्या में शामिल हुए. धार्मिक गतिविधि से क्षेत्र में भक्तिरस प्रवाहित होने लगी. इस सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के आयोजन को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. इसे भी पढ़ें- पुलिस">https://lagatar.in/police-raids-seize-45-tons-of-illegal-coal-from-narki-forest/36109/">पुलिसने छापेमारी कर नरकी जंगल से 45 टन अवैध कोयला किया जब्त

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