Keredari (Hazaribagh): एनटीपीसी के केरेडारी व चट्टी बारियातू कोयला खनन परियोजना से टंडवा स्थित थर्मल पॉवर प्लांट राजधर कटकमसांडी बचरा व विभिन्न साइड तक कोयले की ढुलाई कर रहे भारी वाहनों के प्रति रैयतों ने गोलबंद होकर सोमवार को लगभग 10 घंटे समूचे ट्रांसपोर्टिंग का कार्य को बंद करा दिया. इसके बाद भी रैयतों की समस्या सुनने एक भी ट्रांसपोर्टिंग कम्पनी का मुख्य अधिकारी नहीं पहुंचा. कुछ देर बाद एनटीपीसी के डिस्पैच अधिकारी दिवाकर मिश्रा पहुंचकर रैयतों की समस्या सुनी. बुधवार को जोरदाग में ही ट्रांसपोर्टर और जोरदाग गांव के रैयतों के साथ बैठक कर समस्याओं से निजात दिलाने की बात पर सहमति बनी. मौके पर उपस्थित सैकड़ों रैयतों ने कहा कि कोयले की ट्रांसपोर्टिंग से अब रैयतों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
ट्रांसपोर्टिंग कंपनियां अपनी मनमर्जी से काम करती हैं
लगातार हो रही कोयले की ढुलाई से अब सड़क के दोनों ओर घरों में रहने वाले लोगों के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. कोयला लदे भारी वाहन चालक वाहन को तेज रफ़्तार से चलाते हैं, जिससे कई बार दुर्घटना होती होती बची है. इस सड़क पर आवागमन करने वाले लोग अपने सिर पर कफ़न बांधकर आवागमन करने को विवश हैं. साथ ही सड़क के दोनों ओर के घरों में काली धूल की परत जमनी शुरू हो गई है. प्रदूषण में भी भारी वृद्धि हुई है. रैयतों ने कहा कि एनटीपीसी व सभी ट्रांसपोर्टिंग कंपनियां अपनी मनमर्जी से काम करती हैं. सड़क में पानी का छिड़काव नहीं किया जाता है. जोरदाग में बड़ा तालाब को ओबी डंप कर दिया जा रहा है. अगर इन सभी बातों पर गौर नहीं किया गया तो सभी रैयत बाध्य होकर आंदोलन करेंगे.
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