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Ranchi : सत्ता शीर्ष के करीबी विनोद सिंह, साहेबगंज डीसी रामनिवास यादव और सांसद धीरज साहू आज शनिवार को ईडी ऑफिस पहुंचे हैं. इसके बाद ईडी की टीम सभी से पूछताछ शुरू कर दी है. इससे पहले भी ईडी ने आर्किटेक्ट विनोद सिंह को समन भेज कर नौ फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था. इस समन पर हाजिर होने पर ईडी के अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की थी. पूछताछ के दौरान विनोद सिंह से उनकी और पारिवारिक सदस्यों की आमदनी और संपत्ति से संबंधित सवाल पूछे गये. इसके अलावा उसके मोबाइल से निकाले गये व्हाट्सऐप मैसेज को दिखा कर सवाल किये गये. विनोद सिंह ने व्हाट्सऐप मैसेज से जुड़े कुछ सवालों के जवाब दिये. जबकि कुछ को टालने की कोशिश की.
मुख्यमंत्री आवास से जब्त कार के संबंध में धीरज साहू से करेगी पूछताछ
बता दें कि बीते 29 जनवरी को दिल्ली स्थित मुख्यमंत्री आवास से कार जब्त की गयी थी. इसी संबंध में सांसद धीरज साहू से पूछताछ की जायेगी. ईडी ने धीरज साहू को समन भेजकर 10 फरवरी को रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया था. ईडी ने कोलकाता में प्रेमनाथ अग्रवाल के घर पर छापामारी के दौरान मिली जानकारी के बाद गुरुग्राम स्थित एक आलीशान फ्लैट पर छापा मारा था. अग्रवाल ने इसे अपना कार्यालय बताया था. जबकि वहां मौजूद केयर टेकर ने फ्लैट को सांसद धीरज साहू का बताया था. अग्रवाल के बेटे योगेश ने दिल्ली से कार जब्त होने के बाद एक व्हाट्सऐप ग्रुप बनाया था. इस व्हाट्सऐप ग्रुप से मिली जानकारी और गुरुग्राम स्थित फ्लैट से जब्त दस्तावेज के मद्देनजर ईडी ने सांसद को समन जारी किया है.
साहिबगंज डीसी के खिलाफ ईडी को मिली हैं कई सूचनाएं
अवैध पत्थर खनन मामले में तीन जनवरी को छापेमारी के दौरान ईडी ने डीसी रामनिवास यादव के ठिकाने से 21 कारतूस, पांच खोखे के अलावा 7.25 लाख नकद बरामद किये थे. ईडी कारतूस, खोखे व नकदी के स्रोत की जानकारी लेने के लिए ही डीसी रामनिवास यादव को दो बार समन कर चुकी है. इसके अतिरिक्त भी ईडी को डीसी के खिलाफ कई सूचनाएं मिली हैं. उनपर अवैध पत्थर खनन में ईडी के गवाह को मुकरने के लिए दबाव बनाने, धमकाने, पत्थर कारोबारी मुंगेरी यादव को फंसाने, जेल से छुड़ाने के एवज में 50 लाख रुपये लेने सहित कई आरोप हैं. सभी आरोपों पर ईडी उनका बयान लेना चाहती है.
विनोद कुमार सिंह के मोबाइल से रिकवर चैटिंग से जुड़े थे ज्यादातर सवाल
ईडी ने विनोद सिंह से पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के साथ किये गये चैट से जुड़े ज्यादा सवाल किये. साथ ही कई आईएएस और आईपीएस अधिकारियों के साथ हुई बातचीत और ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए हुए लेनदेन से जुड़े सवाल पूछे. सूत्रों के मुताबिक विनोद कुमार सिंह के मोबाइल से कई जेल अफसरों की ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर उगाही से जुड़े चैट भी मिले हैं. ईडी ने पूछा है कि किन-किन आईएएस और आईपीएस अफसरों से ट्रांसफर के बदले कितने पैसे वसूले हैं और उन पैसों का इस्तेमाल कहां-कहां हुआ है. यह भी पूछा गया है कि हेमंत सोरेन के सीएम रहते कहां-कहां से पैसे की उगाही की है और उसका निवेश कहां हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, विनोद कुमार सिंह के मोबाइल चैट से कई जगह प्रॉपर्टी खरीद की जानकारी मिली है. ईडी ने विनोद के बैंक ट्रांजैक्शन से जुड़े डिटेल भी तैयार की है. इसी आधार पर निवेश से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के तार जोड़ रही है. माना जा रहा है कि बहुत जल्द कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं.
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