Lagatar Desk : अमेरिका के लॉस एंजिल्स शहर में पिछले तीन दिनों से जारी उग्र प्रदर्शन अब हिंसक रूप ले चुका है. ट्रंप प्रशासन की सख्त इमिग्रेशन नीति और अवैध प्रवासियों की गिरफ्तारी के खिलाफ हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं. प्रदर्शनकारी इतने उग्र हो गए कि शहर में लूटपाट, आगजनी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं. नकाबपोश प्रदर्शनकारियों ने एक एप्पल स्टोर में जबरन घुसकर महंगे गैजेट लूट लिए. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दर्जनों युवक स्टोर से चोरी करते और पुलिस के पहुंचते ही भागते नजर आ रहे हैं.
Apple store in downtown LA being looted tonight pic.twitter.com/3k5i7wKiSG
— Brendan Gutenschwager (@BGOnTheScene) June 10, 2025
लॉस एंजिल्स की मेयर कैरेन बास ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर हिंसा की कड़ी निंदा की है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए शहर के कई हिस्सों में कर्फ्यू लागू कर दिया है. यह कर्फ्यू रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक प्रभावी रहेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह प्रतिबंध स्थानीय निवासियों और कामकाजी लोगों पर लागू नहीं होगा, लेकिन कर्फ्यू के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. मेयर कैरेन बास ने लिखा कि डाउनटाउन लॉस एंजिल्स में आज रात 8 बजे से कर्फ्यू लागू करने का निर्णय लिया गया है, ताकि राष्ट्रपति की ओर से उत्पन्न की गयी अस्थिर स्थिति का फायदा उठाकर अराजकता फैलाने वाले असामाजिक तत्वों को रोका जा सके. उन्होंने लोगों से अपील की है कि यदि आप डाउनटाउन एलए में नहीं रहते या काम नहीं करते हैं, तो कृपया उस क्षेत्र से दूर रहें. उग्र प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी कि कानून प्रवर्तन एजेंसियां कर्फ्यू उल्लंघन करने वालों को गिरफ्तार करेंगी और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
I issued a curfew starting tonight at 8pm for Downtown Los Angeles to stop bad actors who are taking advantage of the President's chaotic escalation.
— Mayor Karen Bass (@MayorOfLA) June 11, 2025
If you do not live or work in Downtown L.A., avoid the area.
Law enforcement will arrest individuals who break the curfew, and…
इस बीच, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लॉस एंजिल्स में 700 मरीन और अतिरिक्त 2,000 नेशनल गार्ड्स भेजने के आदेश दिए हैं. इससे पहले से ही शहर में 2,000 सैनिक तैनात हैं. ट्रंप ने कहा कि कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए यह कदम जरूरी है. हालांकि, कैलिफोर्निया के गवर्नर गैविन न्यूसम, जो डेमोक्रेट पार्टी से हैं, ने राष्ट्रपति ट्रंप के इस निर्णय की आलोचना करते हुए इसे राज्य के अधिकारों का उल्लंघन बताया. उनका कहना है कि यह कदम सुरक्षा से ज्यादा ट्रंप के राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा देने वाला है.
Donald Trump, without consulting with California’s law enforcement leaders, commandeered 2,000 of our state’s National Guard members to deploy on our streets.
— Gavin Newsom (@GavinNewsom) June 11, 2025
Illegally, and for no reason.
This brazen abuse of power by a sitting President inflamed a combustible situation… pic.twitter.com/Xy8JHMq3cV
अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के बाद लैटिनो समुदाय में रोष
दरअसल लॉस एंजिल्स में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों के खिलाफ अमेरिकी एजेंसी आईसीई लगातार कार्रवाई कर रही है. आईसीई ने फैशन डिस्ट्रिक्ट, कॉम्पटन और होम डिपो जैसे इलाकों में छापेमारी कर 118 अवैध प्रवासियों को हिरासत में लिया है. इन कार्रवाइयों के बाद लैटिनो समुदाय में रोष फैल गया और वे सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. यह प्रदर्शन अब हिंसक रूप ले चुका है. प्रदर्शनकारियों ने 101 फ्रीवे को जाम कर दिया, कई वाहनों को आग के हवाले किया और सरकारी इमारतों पर हमला किया. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़पें हुईं, जिसमें रबर बुलेट, आंसू गैस और फ्लैश बैंग ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया.