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विश्रामपुर: आस्था का केंद्र है द्वारपार बाबा शिव मंदिर

Bishrampur: (Palamu):  विश्रामपुर प्रखंड के चेचरिया व झरहा गांव के कौरव नदी के पास पहाड़ियों के ऊपर द्वारपार बाबा का शिव मंदिर अवस्थित है. जहां प्रत्येक वर्ष माह माघ शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि को विशाल मेला का आयोजन किया जाता है. जो लगातार पांच दिनों तक चलता है. ऐतिहासिक द्वारपार बाबा शिव मंदिर लोगों के बीच आस्था का केंद्र है. जहां सालों भर लोगों का आना जाना लगा रहता है. मंदिर परिसर में प्रवेश के साथ ही श्रद्धा भावना झलकने लगती है. स्थानीय लोगों के द्वारा सालों भर यहां अखंड कीर्तन कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है. यहां सच्चे मन व श्रद्धा भक्ति के साथ आने वाले लोगों की सारी मन्नतें पूरी होती हैं. ऐतिहासिक द्वारपार बाबा शिव मंदिर परिसर में शिवलिंग की स्थापना किसने व कराई, यह स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाती है. लेकिन मंदिर का निर्माण कार्य स्थानीय चेचरिया गांव निवासी बासमती कुंवर उर्फ कुड़ीयहो काकी के द्वारा कराया गया है. लोगों का कहना है कि पहाड़ी पर मंदिर परिसर के निकट एक साधु रहा करते थे. जो द्वारपार बाबा की पूजा करते थे. साधु बाबा अचानक गायब हो गए.  बाद में स्थानीय भंडार पंचायत के मुखिया सरीता देवी के पति दिलीप पासवान ने अन्य लोगों के साथ मिलकर मंदिर का जीर्णोद्धार कराते हुए इसे और भी आकर्षक बना दिया. पहाड़ी पर स्थित द्वारपार बाबा शिव मंदिर के निचले तल पर सालों भर पानी का झरना बहता रहता है. जिसमें स्नान कर पूजा करने मात्र से ही सारी बीमारी दूर हो जाती है. वहीं लोगों की ओर से बताया गया कि यहां नियमित स्नान करने से कुष्ठ रोग भी ठीक हो जाता है. इसे भी पढ़ें-  एक्सएलआरआइ">https://lagatar.in/xlri-reduced-cutoff-for-girl-students-to-promote-girls-education/">एक्सएलआरआइ

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