Dhanbad : झरिया में व्याप्त वायु प्रदूषण के खिलाफ 17 से 18 फरवरी को आयोजित सत्याग्रह आंदोलन के तहत 24 घंटे का धरना को लेकर रविवार को एक प्रतिनिधि मंडल भाजपा के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव से मुलाकात की और उन्हें धरना में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया.योगेंद्र यादव ने आमंत्रण सहर्ष स्वीकार करते हुए सत्याग्रह में भाग लेने पर सहमति जताई है. योगेंद्र यादव ने कहा कि झरिया शहर में बीसीसीएल की गलत नीतियों के कारण प्रदूषण उत्पन्न हुआ है. जिससे हम सभी प्रभावित होकर कई गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं.इस बढ़ते प्रदूषण से निजात पाने के लिए आंदोलन बहुत जरूरी है .मैं इस सत्याग्रह आंदोलन का पूर्ण समर्थन करता हूं . मैं खुद अपने समर्थकों के साथ धरना में शामिल रहूंगा.
मानक को नजरअंदाज कर खनन
योगेन्द्र यादव ने झरिया विधानसभा के लोगों से भी इस सत्याग्रह आंदोलन में शामिल होकर प्रदूषण के खिलाफ आवाज बुलंद करने की अपील की.वहीं प्रतिनिधि मंडल में शामिल डॉ. मनोज सिंह व अखलाक अहमद ने कहा कि आज झरिया के चारों तरफ आउटसोर्सिंग के तहत कोयला की खुली खदानों में मानक को ताख पर रख कर खनन कार्य चल रहा है. जले हुए कोयले का राख ओवर बर्डेन के साथ शहर की घनी आबादी के नजदीक गिराया जा रहा है. इस लापरवाही के कारण आज झरिया शहर पूरी तरह प्रदूषित हो गया है. जिसके कारण झरियावासी कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं. इस परेशानी से निजात पाने के लिए झरिया के नागरिक धरना के माध्यम से अपनी आवाज सरकार तक पहुंचाना चाहते हैं.प्रतिनिधि मंडल में शिवचरण शर्मा, दिलीप आडवाणी, अशोक प्रसाद वर्णवाल, हरिनारायण सिंह मुख्य रूप से उपस्थित थे.
आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा- किसी भी सूरत में सरकारी जमीन को बेचने नहीं दिया जाएगा
तेतुलमारी : रंगुनी पंचायत अंतर्गत रंगुनी बस्ती स्थित सरकारी ईमली तालाब के अतिक्रमण करने के खिलाफ ग्रामीणों ने पंचायत समिति सदस्य के नेतृत्व में रविवार को विरोध प्रदर्शन किया गया . पंचायत समिति सदस्य मनोहर महतो ने विरोध जताते हुए कहा कि सरकारी ईमली तालाब साढ़े आठ एकड़ में फैली है.पहले भी सरकारी ईमली तालाब का अतिक्रमण करने का प्रयास किया गया था. ग्रामीणों के विरोध के बाद बाघमारा सीओ के आदेश पर जमीन की नापी की गई. जिसके बाद भू-माफियाओं ने काम बंद कर दिया था. एक बार फिर भू-माफिया सक्रिय हो गए हैं. वे मिट्टी गिराकर रास्ता बना रहे हैं और प्लॉटिंग कर जमीन बेचने का प्रयास किया जा रहा है. रात के अंधेरे में काम हो रहा है. कुछ संदिग्ध और कुछ के नाम सत्यापित होने के बाद सभी लोगों पर नामजद एफआईआर कराया जायेगा.
पहले भी भू-माफिया सक्रिय थे
रंगुनी बस्ती के काजल दत्ता ने विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि पहले भी भू-माफिया सक्रिय थे, जो रैयती जमीन का खाता प्लॉट नंबर दिखा कर सरकारी जमीन लोगों को बेचने का काम कर रहे थे. सीओ बाघमारा के आदेश पर जमीन की मापी हुई. रिपोर्ट भी सौंपी गई. लेकिन फिर एक बार भू-माफिया ने काम चालू कर दिया है. ईमली तालाब से लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा के दौरान मूर्ति विसर्जन, यज्ञ के लिए कलश भरण, दशकर्म जैसे धार्मिक कार्य किया जाता है. ईमली तालाब के अस्तित्व को मिटाने का जो कार्य हो रहा है, उसका पुरजोर विरोध किया जायेगा.
पहले भी हुआ था विरोध
सरकारी ईमली तालाब के अस्तित्व बचाने को लेकर पहले भी पूर्व मुखिया ब्रह्मदेव यादव, जिला परिषद सदस्य क्षेत्र संख्या 16 के इसराफिल खान उर्फ लाला, पंचायत समिति सदस्य मनोहर महतो ने विरोध दर्ज किया था. जिसके बाद बाघमारा सीओ द्वारा जमीन की मापी अमीन द्वारा कराई गई. सरकारी ईमली तालाब की जमीन को बचाने और चिह्नित करने को लेकर तालाब के चारों ओर सरकारी तालाब का बोर्ड लगाना था. जिससे सरकारी तालाब की पहचान स्पष्ट हो सके. लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण बोर्ड नहीं लग सका और इसी लापरवाही का फायदा उठा कर एक बार फिर भू-माफिया सक्रिय हो गए हैं. बताया जाता हैं कि पूर्व में बाघमारा प्रखंड के द्वारा ईमली तालाब में एक बोर्ड लगाया गया था. जिसे भूमिया के द्वारा नष्ट कर दिया गया है.
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