- दो मिनट के स्टॉपेज में दिखी आम जनता की दीवानगी
- भारत माता की जय और नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के गूंजे नारे
Vismay Alankar / Gaurav Prakash
Hazaribag : पटना-रांची वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का ट्रायल रन आज सोमवार को पटना से शुरू हो गया है. पटना रेलवे स्टेशन से यह ट्रेन सुबह 6 बजकर 55 मिनट पर रवाना हुई. यह ट्रेन हजारीबाग टाउन स्टेशन पर सुबह 10 बजकर 21 मिनट में पहुंची. ट्रेन पहुंचने के साथ ही भारत माता की जय और नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे से रेलवे स्टेशन गूंज उठा. दो मिनट के स्टॉपेज के बाद ट्रेन आगे के लिए निकल गयी. लेकिन वंदे भारत के प्रति हजारीबाग के लोगों की दीवानगी देखते ही बनी. इस दौरान कोई सेल्फी ले रहा था, तो कोई ट्रेन को चूम रहा था. महिला, पुरुष और बच्चे समाज के हर तबके ने वंदे भारत ट्रेन का दिल खोलकर स्वागत किया. आम जनता से लेकर राजनेता, समाजसेवी सभी में खासा उत्साह दिखा. (पढ़ें, रांची-मुरी सड़क निर्माण कार्य में लगे रोड रोलर में अज्ञात अपराधियों ने आगजनी की)
मोदी सरकार ने वादा पूरा किया : यदुनाथ पांडेय
पटना और रांची के बीच वंदे भारत ट्रेन चले से दूरी तय करने में कम समय लगेगा. हजारीबाग की पूर्व सांसद नाथ पांडेय ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार की दूरदर्शी सोच का ही परिणाम है कि वंदे भारत ट्रेन हजारीबाग से होते हुए गुजर रही है. आम जनता में काफी उत्साह भी है. सरकार ने जो वादा किया था, वह अब पूरा किया. वहीं उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि 2024 समाप्त होते-होते दिल्ली और कोलकाता से भी हजारीबाग से होते हुए ट्रेन गुजरेगी और आम जनता को इसका लाभ मिलेगा.
स्टेशन पर उमड़ी भीड़, उत्साह का प्रमाण : भैया अभिमन्यु
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भैया अभिमन्यु प्रसाद ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि हजारीबाग की जनता पिछले कई सालों से मांग कर रही थी कि लंबी दूरी की ट्रेन दी जाये, वह मांग आज पूरी हो गयी. स्टेशन में जो भीड़ दिख रही है, इस बात का प्रमाण है कि यहां के लोग बेहद खुश हैं. हजारीबाग को कोयला ढोने वाला स्टेशन कहा जाता था. लेकिन अब यहां से आम जन भी सफर कर पायेंगे. वंदे भारत ट्रेन के बाद यह उम्मीद लगायी जा रही है कि लंबी दूरी की अन्य ट्रेन भी शुरू होगी. यह सब सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में हो रहा है.
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अब पटना दूर नहीं : पूनम श्रीवास्तव
पूनम श्रीवास्तव ने कहा कि वह नौकरी करती हैं. उनके पति भी अपने कार्यालय में आवेदन देकर आये हैं कि आज देर से आयेंगे. क्योंकि उन्हें वंदे भारत ट्रेन देखनी है. उनका यह भी कहना है कि घर का काम भी आज अधूरा रह गया. उन लोगों में काफी उत्साह है. वे अपने बच्चे अपनी मां सभी के साथ स्टेशन आयी हैं. उनलोगों को जब पटना जाना होता था, तो काफी परेशानी होती थी. ट्रेन हजारीबाग से छूटेगी तो वह परेशानी समाप्त हो जायेगी. कहा जाये तो यह एक शुरुआत है. इसके बाद महानगरों को भी हजारीबाग से अवश्य जोड़ा जायेगा.
पटना से रांची तक का सफर करीब छह घंटे में होगा पूरा
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से पटना और रांची के बीच सफर का समय कम हो जायेगा. अब कम समय में पटना से रांची तक की यात्रा की जा सकती है. वंदे भारत ट्रेन से इस दूरी को तय करने में सिर्फ 6 घंटे 5 मिनट का समय लगेगा. अभी इन दोनों स्टेशनों के बीच सफर के समय की बात करें, तो अभी इस दूरी को तय करने में 9 घंटे का वक्त लगता है. इस वक्त पटना से रांची के बीच सफर में जन शताब्दी एक्सप्रेस से सबसे कम समय लगता है. इस ट्रेन से 7 घंटे लगते हैं.
वंदे भारत ट्रेन में होंगी आठ बोगियां
पटना-रांची वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में आठ बोगियां होंगी. सभी बोगियों में एसी चेयरकार की सुविधा है. हर कोच 4 आपातकालीन पुश बटन के साथ जीपीएस आधारित सूचना प्रणाली से युक्त होगा. अगर ट्रायल रन सही तरीके से हुआ, तो जल्द ही ट्रेन का परिचालन शुरू होगा.
ट्रेन के साथ सेल्फी लेने वालों की उमड़ी भीड़
किसी बड़े नेता, अभिनेता के साथ आपने लोगों को सेल्फी लेने के लिए जद्दोजहद करते हुए तो खूब देखा होगा. लेकिन क्या कभी ट्रेन के साथ सेल्फी लेने के लिए दीवानगी देखी है. अगर नहीं तो हम आपके लिए युवाओं की ऐसी ही दीवानगी बताने जा रहे हैं, जिनमें वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ फोटो खींचने और वीडियो बनाने के साथ सेल्फी लेने की भी होड़ दिखी. यह नजारा हजारीबाग टाउन रेलवे स्टेशन का है, जहां वंदे भारत ट्रेन को लेकर समाज के हर एक तबके में दीवानगी देखने को मिली.
गरीब जनता को नहीं मिल पाएगा ट्रेन का लाभ, किराया है काफी महंगा : समिति
हजारीबाग को लंबी दूरी की ट्रेन से जोड़ा जाये, इसे लेकर हजारीबाग रेल विस्तार सेवा समिति पिछले कई सालों से आंदोलनरत है. वंदे भारत ट्रेन आने पर समिति के सदस्यों ने भी स्वागत किया. समिति के फाउंडर मेंबर उमेश कुमार साव का कहना है कि इस ट्रेन का किराया बहुत अधिक है. ऐसे में गरीब लोगों को इसका लाभ नहीं मिलेगा. हजारीबाग ग्रामीण क्षेत्र है. यहां इंटरसिटी और पैसेंजर ट्रेन की आवश्यकता है. जब इंटरसिटी और पैसेंजर ट्रेन यहां से छूटेगी, तो खुशी होगी. वहीं उन्होंने कहा कि आम जनता और गरीब के लिए यह ट्रेन अनुकूल नहीं है. जब आम जनता की बैठने की बारी आयेगी, तब उसे अहसास होगी कि यह बेहद महंगी ट्रेन है.
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