NewDelhi : दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर जमे आंदोलनकारी किसानों ने भी आज नये साल 2021 का स्वागत गर्मजोशी के साथ किया. इसके साथ ही उनका आंदोलन नये वर्ष में प्रवेश कर गया. वे कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अडिग हैं. सरकार के साथ अगली बातचीत को लेकर आज किसानों ने बैठक की.
4 तारीख (4जनवरी) को हमारी वार्ता है, अगर परिणाम संतोषजनक नहीं निकलते हैं तो 6 तारीख को KMP राजमार्ग पर मार्च किया जाएगा। 6 तारीख से 20 तारीख तक 2 हफ्ते पूरे देश में देश जागृति अभियान चलाया जाएगा: योगेंद्र यादव #FarmersProtest pic.twitter.com/pygMitZbJ1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 1, 2021
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किसानों का आंदोलन अब निर्णायक दौर में
बैठक के बाद किसान नेता युधवीर सिंह ने कहा कि यदि छह जनवरी को सरकार, यूनियनों के बीच चर्चा के बाद कोई ठोस निर्णय नहीं होता है तो किसान ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे. आंदोलनकारी किसानों का साफ कहना है कि सरकार यदि उनके पक्ष में चार जनवरी तक फैसला नहीं लेती है तो हम कड़ा कदम उठाने पर विवश होंगे.
किसानों की बैठक के बाद योगेंद्र यादव ने कहा कि किसानों के आंदोलन अब निर्णायक दौर में है. कहा कि 30 तारीख की वार्ता के बारे में मैं इतना ही कहूंगा कि अभी तो पूंछ निकली है, हाथी निकलना अभी बाकी है. कहा कि MSP को क़ानूनी अधिकार मिलने और तीनों कृषि क़ानूनों को खारिज करने पर सरकार टस से मस नहीं हुई है.
योगेंद्र यादव के अनुसार चार तारीख को हमारी वार्ता है, अगर परिणाम संतोषजनक नहीं निकलते हैं तो छह तारीख को राजमार्ग पर मार्च निकाला जायेगा. 6 से 20 जनवरी तक पूरे देश में देश जागृति अभियान चलाया जायेगा
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