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कोरोना की तीसरी लहर की चेतावनी, केंद्र ने राज्यों को पत्र लिखा, सावधान रहें, जमीनी हकीकत देखकर एक्टिविटिज को बढ़ावा दें

NewDelhi : राज्यों में जरूरी कोविड प्रोटोकॉल के साथ अनलॉक शुरू किये जाने और लॉकडाउन में ढील देने का असर सड़कों पर दिखने लगा है. फिर से सड़कों पर भीड़ दिखाई देने लगी है. यह देख केंद्र सरकार चिंतित हो गयी है. बता दें कि केंद्र सरकार ने इस भीड़ को देखते हुए सभी राज्यों को चेतावनी देते हुए कहा है कि सावधानीपूर्वक ही एक्टिविटिज को बढ़ावा देना चाहिए. इसे भी पढें : सुबह">https://lagatar.in/morning-news-diary-june-20-the-murder-of-the-infamous-suhail-2-82-lakh-doses-of-vaccine-deepak-prakash-firreceived-other-news-and-many-videos/92187/">सुबह

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 कोरोना की दूसरी लहर ने देश में भारी तबाही मचाई

खबर है कि केंद्र द्वारा पत्र लिख कर कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर की पांच स्तरीय रणनीति को सुनिश्चित करने की अपील की गयी है. केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने शनिवार को राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा है पत्र  में संक्रमण की रोकथाम के लिए टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट और वैक्सीनेशन को तवज्जो देने को कहा है.  कोरोना की दूसरी लहर ने देश में भारी तबाही मचाई. जिसके बाद ज्यादातर राज्यों ने लॉकडाउन लगाया, जिससे कि इस पर नियंत्रण किया जा सके. हुआ भी यही कि लॉकडाउन का असर दिखा. कुछ दिनों में ही कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम होने लगी. लेकिन लॉकडाउन लगाने से लोगों की रोजी रोटी पर आफत आ गयी.. जिसके बाद धीरे-धीरे कुछ जरूरी कोविड प्रोटोकॉल के साथ अनलॉक शुरू किया गया. लेकिन लॉकडाउन में ढील देते ही एक बार फिर से सड़कों पर भीड़ दिखाई देने लगी है. इसे भी पढें :  डॉ">https://lagatar.in/dr-randeep-guleria-warns-third-wave-of-corona-may-come-in-country-in-next-six-to-eight-weeks/91870/">डॉ

रणदीप गुलेरिया ने चेताया, देश में अगले छह से आठ सप्ताह में आ सकती है कोरोना की तीसरी लहर

गाइडलाइन फॉलो नहीं किया गया तो तीसरी लहर 6-8 हफ्तों में आ सकती है

केंद्र ने यह निर्देश AIIMS निदेशक रणदीप गुलेरिया की उस चेतावनी के बाद जारी किया है. जिसमें कोरोना की तीसरी लहर के अगले 6 से 8 सप्ताह में दस्तक देने की बात कही गयी है. जान लें कि गुलेरिया ने शनिवार को चेतावनी देते हुए कहा है कि कोरोना की तीसरी लहर अगले 6 से 8 हफ्ते में आ सकती है.  रणदीप गुलेरिया ने कहा कि अगर कोरोना से जुड़े गाइडलाइंन को फॉलो नहीं किया गया तो तीसरी लहर 6-8 हफ्तों में आ सकती है. जरूरत है कि वैक्सीनेशन होने तक हम आक्रामक रूप से अपनी जंग जारी रखें. उन्होंने कहा कि अगर लोगों ने मास्क और सोशल डिस्टेन्सिंग जैसे जरूरी गाइडलाइन को फॉलो नहीं किया तो मुश्किल हालात पैदा हो सकते हैं. AIIMS निदेशक ने कहा कि कोरोना के केस बढ़ने पर सर्विलांस और जिस क्षेत्र में केस बढ़ते हैं उसकी पहचान कर वहां लॉकडाउन लगाने की भी जरूरत पड़ सकती है.

 गृह सचिव अजय भल्ला ने  राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा

इस चेतावनी के बीच केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने शनिवार को राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखा. उन्होंने राज्यों में टेस्ट ट्रैक और ट्रीट की रणनीति को जारी रखने के लिए कहा है. उन्होंने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि टेस्टिंग रेट कम ना हो. इसके अलावा राज्यों से वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने को भी कहा है. गृह मंत्रालय की तरफ से जारी किये गये पत्र में कहा गया है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान कई राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़े थे. कई राज्यों ने संक्रमण रोकने के लिए पाबंदियां लगाई थीं. अब कोरोना के मामले कम होने के साथ ही राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने पाबंदियों में छूट देने शुरू कर दी है.

पाबंदियों में छूट के दौरान   कोरोना संबंधी नियमों का पालन किया जाये

गृह सचिव ने पत्र में लिखा है कि मैं इस बात पर जोर देना चाहूंगा कि पांबदियों में छूट, जमीनी हकीकत के बारे में जानने के बाद लिया जाना चाहिए. केस कम होने के बाद गतिविधियों के लिए ढील देना जरूरी है लेकिन यह काम पूरी सतर्कता के साथ किया जाना चाहिए. पाबंदियों में छूट के दौरान यह बेहद जरूरी है कि कोरोना संबंधी नियमों का पालन किया जाए. टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और वैक्सीनेशन जरूरी है. कोरोना के नियमों के पालन की निगरानी की जानी चाहिए. मास्क, सैनिटाइजर, सोशल डिस्टेंसिंग, बंद जगहों पर उचित वेंटिलेशन होना चाहिए. उन्होंने लिखा कि कुछ राज्यों में सख्ती में ढील देने के बाद फिर से भीड़ जुटने लगी है. इस बात का ध्यान दिया जाना चाहिए कि ऐसी लापरवाही न हो. आर्थिक गतिविधियों को अनुमित देने के साथ ही कोरोना के नियमों का पालन लगातार जारी रहना चाहिए. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट रणनीति जरूरी है. केंद्र द्वारा जारी सभी नियमों का पालन किया जाना चाहिए. [wpse_comments_template]

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