प्रचार वाहन के जरिए जानकारी ग्रामीणों को दी जाएगी
- प्रचार वाहन से बताया जायेगा कि सरकार जल जीवन मिशन के तहत सभी ग्रामीण परिवारों को क्रियाशील घरेलू नल संयोजन (एफएचटीसी) के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में तत्परता से कार्य कर रही है. अब तक 24.06 ग्रामीण लाख परिवारों को नल से शुद्ध जल की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है.
- राज्य के 295 ग्रामों को हर घर जल सत्यापित एवं घोषित किया गया है. यह सरकार की दृढ़ ईच्छाशक्ति का ही परिणाम है. 15 अगस्त 2019 में जब जल जीवन मिशन प्रारंभ हुआ था तो राज्य में एफएचटीसी का कवरेज ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 3.45 लाख घरों तक था, जो आज बढ़ कर 24.06 लाख के करीब है. राज्य सरकार द्वारा इस अवधि में 35.61 लाख नये परिवारों को योजना का लाभ पहुंचाया गया है.
- राज्य सरकार द्वारा राज्य के युवाओं को इस योजना से जोड़ने हेतु उन्हें मेकेनिक, प्लम्बर, इलेक्ट्रिशियन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. अबतक लगभग 5 हजार युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है. इस वर्ष के अंत तक कुल 18 हजार युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. राज्य अंतर्गत एनएबीएल से मान्यता प्राप्त कुल 28 अदद जल जांच प्रयोगशाला बनाये गए हैं.
- इन प्रयोगशालाओं में लगभग 58 हजार अदद जल नमूनों की जांच की गई है. इसके अतिरिक्त सभी 29595 ग्रामों के जल सहियाओं को फील्ड टेस्ट किट उपलब्ध कराया जाता है. इस वित्तीय वर्ष में अबतक लगभग 2 लाख 25 हजार जल नमूनों की जांच एफटीके द्वारा की गयी है.
- भूगर्भीय जल स्तर को बनाए रखने के लिए जल संरक्षण एवं ग्राउंड वाटर रिचार्जिंग तकनीक का उपयोग करने पर जागरूकता संबंधी विषय शामिल किये गये हैं. राज्य में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत सभी गांवों को ओडीएफ प्लस बनाने का कार्य किया जा रहा है. ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के लिए संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है. आवश्यकतानुसार गोबर-धन योजना का किया जा रहा है.
- राज्य में जल जीवन मिशन एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की सफलता के लिए राज्य सरकार, पंचायती राज्य संस्थाओं एवं जन प्रतिनिधियों सहित जन समुदाय को मिलकर कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया गया है.
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