जो अच्छा काम करता है उसे कभी सम्मान नहीं मिलता और जो बुरा काम करता है उसे कभी सजा नहीं मिलती.
New Delhi : अवसरवादी राजनेताओं के सत्ताधारी दल से जुड़े रहने की इच्छा चिंताजनक है. इस तरह की विचारधारा में गिरावट लोकतंत्र के लिए अच्छी नहीं है. अपनी विचारधारा पर दृढ़ रहने वाले नेताओं की संख्या धीरे-धीरे कम हो रही है. हम न तो दक्षिणपंथी और न ही वामपंथी, हम जाने-माने अवसरवादी हैं. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
अच्छा काम करता है उसे कभी सम्मान नहीं मिलता
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को यह सब लोकमत मीडिया समूह द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा. इस क्रम में उन्होंने किसी पार्टी का बिना नाम लिय़े कहा, मैं हमेशा मजाक में कहता हूं कि चाहे किसी भी पार्टी की सरकार हो, एक बात तय है कि जो अच्छा काम करता है उसे कभी सम्मान नहीं मिलता और जो बुरा काम करता है उसे कभी सजा नहीं मिलती.
हमारी समस्या विचारों की कमी है
लोकमत मीडिया समूह के इस कार्यक्रम में कई सांसदों को उनके बेहतरीन योगदान के लिए सम्मानित किया गया. इस अवसर पर नितिन गडकरी नेता ने बहसों और चर्चाओं में मतभेद पर अपनी बात रखी. कहा कि यह हमारी समस्या नहीं है, हमारी समस्या विचारों की कमी है. कहा कि ऐसे लोग भी हैं जो अपनी विचारधारा के आधार पर दृढ़ विश्वास के साथ खड़े हैं, लेकिन इस तरह के लोगों की संख्या लगातार घट रही है. विचारधारा में गिरावट लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. नितिन गडकरी ने यह भी कहा, हम न तो दक्षिणपंथी और न ही वामपंथी. हम जाने-माने अवसरवादी हैं, कुछ लोग ऐसा लिखते हैं, और सभी सत्तारूढ़ दल से जुड़े रहना चाहते हैं.
इन नेताओं को मिला सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार
लोकमत मीडिया समूह के कार्यक्रम में कांग्रेस के लोकसभा सदस्य शशि थरूर और बीजद के राज्यसभा सदस्य सस्मित पात्रा को साल के सर्वश्रेष्ठ सांसद के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. बसपा से निलंबित लोकसभा सदस्य दानिश अली और माकपा के राज्यसभा सदस्य जॉन ब्रिटास को सर्वश्रेष्ठ नया सांसद चुना गया. भाजपा सांसद मेनका गांधी और सपा सांसद राम गोपाल यादव को लाइफटाइम अचीवमेंट’ पुरस्कार प्रदान किया गया. साथ ही अकाली दल सांसद हरसिमरत कौर और भाजपा सांसद सरोज पांडे को साल की सर्वश्रेष्ठ महिला सांसद का पुरस्कार दिया गया.
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