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भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर में साइंटिस्ट पाइकिराय देवगम ने कहा, हम छात्र जीवन में किताबों के लिए तरसते थे

Chaibasa : चाईबासा के कमारहातु स्थित मसकल फाउंडेशन द्वारा संचालित लाइब्रेरी सह अध्ययन केन्द्र में रविवार को दो विशिष्ट अतिथि पहुंचे. भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र, ट्रांबे, मुंबई के वरीय वैज्ञानिक सहायक पाइकिराय देवगम और पीएचईडी, चतरा के इंजीनियर मंगलसिंह बहांदा ने केंद्र पहुंचकर लाइब्रेरी के विद्यार्थियों एवं संचालन समिति के सदस्यों को संबोधित किया. पाइकिराय देवगम ने कहा कि हम विद्यार्थी जीवन में किताब एवं मार्गदर्शन की कमी महसूस करते थे. इसलिए नई जानकारी लेने के लिए तरसते रहते थे. अब समाज के विकास के प्रति संवेदनशील लोगों की संख्या दिनों-दिन बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि अच्छा संकेत है कि वर्तमान में समाज के नौकरीपेशे लोग समूह बनाकर नई पीढ़ी को शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए संसाधन उपलब्ध कराने का काम कर रहे हैं.

सामाजिक दायित्व निभाना वर्तमान समय की जरूरत: बहांदा

मंगलसिंह बहांदा ने कहा कि गांव के बच्चों को शिक्षा का माहौल देने के लिए लाइब्रेरी एवं अध्ययन केंद्र बेहतर सहयोगी की भूमिका निभाएगा. उन्होंने कमारहातु के बुद्धिजीवियों की सराहना करते हुए कहा कि एकजुट होकर सामाजिक दायित्व बखूबी निभाना वर्तमान समय की जरूरत है, जो बुद्धिजीवी वर्ग इसे पूरा करने में लगे हैं. इससे नई पीढ़ी को अवश्य लाभ लेना चाहिए. इससे पूर्व दोनों अतिथियों का अभिवादन मसकल फाउंडेशन के पदाधिकारी व सदस्यों द्वारा बुके देकर किया गया. मौके पर ग्रामीण मुंडा बिरसा देवगम, पूर्व मुंडा दीनबंधु देवगम, मसकल फाउंडेशन के अध्यक्ष सुरजा देवगम, सचिव तुराम देवगम, कोषाध्यक्ष अर्जुन देवगम, पुलिस सार्जेंट मेजर रांधो देवगम, वार्ड सदस्य रमेश देवगम, महेंद्र देवगम, भगवान देवगम, श्याम सुंदर देवगम, राउतु सिंकू, मंगल तियू, पोते सिंह देवगम, सोनासिंह देवगम, दिलीप देवगम, पंकज देवगम, दीपक बलमुचु आदि उपस्थित थे. [wpse_comments_template]

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