: झारखंड के 7 IPS का तबादला, प्रियदर्शी आलोक बने बोकारो एसपी
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"आज जीत की रात, पहरुए सावधान रहना”
वहीं, तनीषा ने स्वरचित कविता पाठ किया. कारगिल युद्ध में शहीद हुए भारत माता के वीर सपूतों के त्याग को वर्ग दशम की निधि शर्मा, देव आर्यन, शिफा फरीदी और मयंक ने नाटक के माध्यम से प्रस्तुत किया. साथ ही एनसीसी के कैडेड्स ने एनसीसी गान गाया. इस अवसर पर प्राचार्या डॉ. उर्मिला सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आज हम सभी देशवासी जिनके भरोसे घरों में चौन की नींद सोते हैं, उनके त्याग को कभी नहीं भूलना चाहिए. कारगिल में 60 दिनों तक चला युद्ध, हमें अपने दुश्मनों से लोहा लेने के लिए सदैव तैयार रहने की शिक्षा देता है. उन्होंने कवि गिरिजा कुमार माथुर की लिखी कविता , "आज जीत की रात, पहरुए सावधान रहना, खुले देश के द्वार अचल दीपक समान रहना..." का वाचन भी किया. प्राचार्या ने आगे कहा कि हमारे देश का भविष्य आप बच्चों के हाथ में है. इसे सुरक्षित रखने के लिए आपमें देश प्रेम की भावना होनी चाहिए. साथ ही अधिकार से पहले कर्तव्य के बारे में सोचना चाहिए. इसे भी पढ़ें :गिरिडीह">https://lagatar.in/giridih-kargil-victory-day-is-the-day-of-amazing-valor-and-bravery-of-the-indian-army-ramanand/">गिरिडीह: कारगिल विजय दिवस भारतीय सेना के अद्भुत शौर्य और पराक्रम का दिन : रामानंद [wpse_comments_template]
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