Chaibasa (Sukesh kumar) : पश्चिम सिंहभूम के जिला परिषद की अध्यक्ष लक्ष्मी सुरेन व उपाध्यक्ष रंजीत यादव के खिलाफ जिले के विभिन्न प्रखंड के लगभग 17 जिला परिषद सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है. तीनों ने जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी को अविश्वास प्रस्ताव देकर वोटिंग कराने की मांग की है. अविश्वास प्रस्ताव का शनिवार को तीन जिला परिषद सदस्यों ने भी समर्थन किया. इसमें झींकपानी प्रखंड के जिला परिषद सदस्य जॉन मिरन मुंडा, जगन्नापुर प्रखंड के जिला परिषद सदस्य मानसिंह तिरिया तथा मझगांव प्रखंड के जिला परिषद सदस्य माधव कुंकल शामिल हैं.
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तीनों सदस्यों ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की कार्यशैली पर सवाल किया है. बाकी अन्य जिला परिषद सदस्यों ने भी कहा कि अध्यक्ष व उपाध्यक्ष अपने निजी कार्यों में अधिक व्यवस्त रहते हैं. जनहित में कार्य नहीं करते हैं. किसी भी योजना को लेकर गंभीरता नहीं है. सिर्फ भ्रष्टचार करने में ही लगे हैं. इधर, इस अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के इंतजार में जिला परिषद सदस्य हैं. मालूम हो कि झारखंड में अप्रैल 2021 को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हुआ था. दो साल चार माह के अंतर में ही अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. जिला परिषद के आधे से अधिक सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव पर अपनी सहमति दी है.
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अविश्वास प्रस्ताव पर जिप सदस्य, प्रमुख, विधायक व सांसद देंगे वोट
जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले लाया गया है. कुल 53 जनप्रतिनिधि अपने वोट का प्रयोग अविश्वास प्रस्ताव के लिये करेंगे. जिला परिषद सदस्यों की कुल संख्या 28 है. इसके अलावा प्रखंड के प्रमुख व सांसद तथा विधायक अपना वोट का प्रयोग करेंगे. इसके बाद अविश्वास प्रस्ताव पारित होगा. इसमें जिस पक्ष में अधिक वोट होंगे, उस पक्ष की जीत होगी.
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मनमाना तरीके से कर रहे हैं काम
जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष मनमाना तरीके से काम कर रहे हैं. इसके कारण यह अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है. अध्यक्ष व उपाध्यक्ष अपने निजी कार्यों में अधिक व्यस्त रहते हैं. इससे कई कार्यों में विलंब हो रहा है.
जॉन मिरन मुंडा, जिप सदस्य, झींकपानी
रणनीति सोच-समझ कर बनायी गई है
अविश्वास प्रस्ताव की रणनीति सोच समझ कर बनायी गयी है. जनता के हित में कार्य नहीं हो रहा है. जिला परिषद सदस्यों को उचित सम्मान नहीं मिल रहा है. प्रखंड स्तर पर मनमाना तरीके से लूट मची है. जब इसकी शिकायत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष से करते हैं तो किसी तरह का समाधान नहीं होता है.
माधव कुंकल, जिप सदस्य, मझगांव