कहीं बाबूलाल को काउंटर करने की तैयारी तो नहीं
पिछले कुछ महीनों से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के संबंध काफी तल्ख चल रहे हैं. हर सप्ताह बाबूलाल मरांडी सीएम और सरकार को लेकर तरह- तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं. सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. इसके पीछे की कहानी बाबूलाल का भाजपा विधायक दल के नेता होने के बावजूद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी नहीं मिलना भी है. हेमंत सरकार करीब साढ़े तीन साल का कार्यकाल हो चुका है. नेता प्रतिपक्ष के मसले को लेकर बाबूलाल स्पीकर तक की खुली आलोचना कर चुके हैं. कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा रहे हैं. बाबूलाल भाजपा एवं संथाल के बड़े नेता के तौर पर देखे जाते हैं. ऐसे में सीएम हेमंत सोरेन द्वारा अर्जुन मुंडा का सार्वजनिक तौर पर तारीफ करने से कई तरह की राजनीतिक चर्चाएं शुरू हो गयी हैं. इसे भी पढ़ें – झामुमो">https://lagatar.in/jmm-played-the-tribal-card-said-tribals-are-not-invited-to-the-president-so-they-will-boycott-the-inauguration-of-the-parliament-house/">झामुमोने खेला आदिवासी कार्ड, कहा-आदिवासी राष्ट्रपति को आमंत्रण नहीं, इसलिए संसद भवन उदघाटन का करेंगे बहिष्कार [wpse_comments_template]