केस : CBI ने किया NHAI जेनरल मैनेजर सहित राम कृपाल कंस्ट्रक्शन के 4 लोगों को अरेस्ट, 1.18 करोड़ नकद जब्त सीबीआई को इस बात की जानकारी मिली थी कि घूस की बकाया 25 लाख रुपये में से 10 लाख रुपये का भुगतान नवंबर 2024 में कर दिया गया था. 30 जनवरी 2025 को एजीएम अकाउंट्स हेमन मेधी ने रामकृपाल का बिल क्लियर करने के बदले विशाल से तीन लाख रुपये घूस लिये थे. मेधी ने रकम मिलने की सूचना रामकृपाल कंस्ट्रक्सन के बरुण कुमार को दी थी. सीबीआइ को इस बात की भी सूचना मिली थी कि 12 मार्च 2025 को एनएचएआई के अधिकारियों के बीच घूस के रूप में 50 लाख रुपये बांटे गये थे. इसमें से ललित कुमार ने 10 लाख मुजफ्फरपुर में लिया था. अंशुल ठाकुर ने दो लाख रुपये लिये थे. रामप्रीत को 15 लाख रुपये देते समय कुल चार लोगों को गिरफ़्तार किया गया.
सीबीआइ ने इन 12 लोगों को अभियुक्त बनाया है
1- वाई. बी. सिंह, चीफ जेनरल मैनेजर एनएचएआइ, पटना 2- रामप्रीत पासवान, जीएम एनएचएआई, पटना 3- कुमार सौरभ, डीजीएम, एनएचएआई,पूर्णिया 4- ललित कुमार, प्रोजेक्ट डॉरेक्टर, एनएचएआई, मुजफ्फरपुर 5- अंशुल ठाकुर, साईट इंजीनियर, एनएचएआई, मुजफ्फरपुर 6- हेमेन मेहदी, एजीएम, एनएचएआई, पटना 7- बरुण कुमार, राम कृपाल कंस्ट्रक्शन का कर्मचारी 8- सुरेश महापात्रा, जीएम, रामकृपाल कंस्ट्रक्शन 9- अमर नाथ झा, जेनरल मैनेजर राम कृपाल कंस्ट्रक्शन 10- चेतन शर्मा, राम कृपाल कंस्ट्रक्शन का कर्मचारी 11- सत्य नारायण सिंह, पप्पु, ठेकेदार, मुजफ्फरपुर 12- राम कृपाल कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेडइसे भी पढ़ें – शिंदे">https://lagatar.in/kunal-kamra-had-to-pay-a-heavy-price-for-taking-a-dig-at-shinde-shiv-sena-workers-vandalised-hotel-where-show-was-held/">शिंदे
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