Ranchi: सदर अस्पताल में नर्सों ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के समक्ष स्टाफ नर्सों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए अपनी मांग रखी. नर्सें कोरोना काल के दौरान विशेष मानदेय व अन्य सुविधा नहीं मिलने से नाराज थीं. उन्होंने बिना देर किये सरकार की ओर से किये गए वादे को पूरा करने कि मांग की. आज स्वास्थ्य मंत्री सदर अस्पताल में आइसीयू वार्ड का उद्घाटन करने पहुंचे थे.
इस मौके पर नर्सों ने कहा कि उन्हें सुविधा के नाम पर आश्वासन पर आश्वासन मिलता है, जबकि वह पिछले 10 वर्षों से ज्यादा समय से अस्पताल में अपनी सेवा देते आ रही हैं. महामारी के दौर में भी उन्होंने बेहतर काम किया. इसके बावजूद अनुबंध को स्थायी सेवा में नहीं बदला जा रहा है. इसके अलावा उनलोगों ने वर्दी अलाउंस की भी मांग रखी.
नर्सिंग स्टॉफ ने कहा कि उनके ड्रेस पर बहुत खर्च आता है. जिसकी भरपाई उन्हें अपनी जेब से करनी पड़ती है, जबकि अन्य जगहों पर इस अलाउंस के तौर पर बड़ी राशि नर्सों को दी जाती है. मौके पर मौजूद जसिंता खलखो ने कहा कि नर्सिंग अलाउंस के साथ ही अन्य मामलों में उन्हें स्वीपर से भी कम भत्ता दिया जाता है. इसपर स्वास्थ्य मंत्री ने उनकी मांगों पर विचार करने का भरोसा दिया.
मैं गरीबों के पक्ष में, पैसे का भुगतान करना कंपनी का काम: बन्ना गुप्ता
वहीं रिम्स में कोरोना काल के दौरान टीएंडएम सर्विसेज कंसलटिंग लिमिटेड के द्वारा बहाल किए गए कर्मचारियों को भी वेतन का भुगतान नहीं दिया गया है. इस मामले पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बहाली की शुरुआती चरण में ही गड़बड़ी हुई है. रिम्स ऑटोनॉमस बॉडी है और यहां काम करने वाले सभी कर्मचारियों को मेडिकल सुपरिटेंडेंट को रिपोर्ट करना था और वही उनकी ड्यूटी लगाते.
यहां कौन, कहां काम किया है यह असमंजस की स्थिति है. उन्होंने कहा कि मैं गरीबों के पक्ष में हूं. मैंने उनके आंदोलन के दौरान ही कहा था कि आउटसोर्स पर कार्यरत सभी कर्मचारियों के पैसे का भुगतान टीएंडएम कंपनी को करना है. अब पैसा देने की जवाबदेही उनकी है.
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