Hazaribagh : हजारीबाग जिले में अवैध कोयले का कारोबार सरकारी कोल प्रोजेक्ट के समानांतर चल रहा है. करगी, चनारों, नरकी, उरीमारी, विष्णुगढ़ और चुरचू इलाके से हर रोज करीब 500 टन से अधिक कोयला अवैध रूप से उत्खनन कर मंडी और ईंट भट्ठों में भेजा जा रहा है. ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि कोयला के इस अवैध कारोबार को किसका संरक्षण प्राप्त है. कोयले के अवैध कारोबार में खुली छूट मिल जाने के बाद इस कारोबार में कई दूसरे कारोबारी भी उतर गये हैं. इन सबने जंगल में ही कई जगहों पर डंपिंग ठिकाना बना लिया है.
बिहार की मंडियों तक पहुंच रहा है हजारीबाग का कोयला
हजारीबाग के अवैध कोयले के कारोबारियों ने ऐसी लाइजनिंग कर रखी है कि अवैध कोयला ट्रकों में लोड कर धड़ल्ले से बिहार की मंडियों तक पहुंचाया जा रहा है. हजारीबाग के कई लोग अपने मुख्य व्यवसाय को छोड़कर कोयले के इस काले से कारोबार में जुड़ गये हैं.सूत्रों की मानें तो अवैध कारोबारी पूरी व्यवस्था को मैनेज कर कारोबार कर रहे हैं. इसमें सच्चाई भी नजर आ रही है.