- साजिश के तहत संध्या टोपनो को मौत के मुंह में धकेल दिया गया
- कन्हैया सिंह को तत्काल सस्पेंड और मीरा सिंह को तुपुदाना ओपी से हटाया जाए
Ranchi: भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि हेमंत सरकार भ्रष्ट अधिकारियों और पदाधिकारियों का संरक्षण इसलिए करती है. ताकी उनसे किसी भी मामले का मनचाहा रिपोर्ट बनवाया जा सके. उन्होंने आशंका जताई है कि तुपुदाना ओपी की एएसआई संध्या टोपने की हत्या के मामले में भी सरकार की कुछ ऐसी ही मंशा है. यही वजह है कि ओपी प्रभारी कन्हैया सिंह को लाइन हाजिर करने के बाद मीरा सिंह को तुपुदाना ओपी का प्रभारी बनाया गया है. मीरा सिंह पर पहले ही भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. उन्हें एक ट्राइबल महिला से रिश्वत लेते एसीबी की टीम ने पकड़ा था. मीरा सिंह तब खूंटी महिला थाना की दारोगा थीं. 23 अप्रैल 2021 को इस मामले में एसीबी ने चार्जशीट भी फाइल किया था. बाबूलाल मरांडी प्रदेश बीजेपी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे.
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सरकार को भ्रष्ट अफसरों से है प्रेम
बाबूलाल ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री को पता नहीं क्यों ऐसे अफसरों से प्रेम है. ऐसे भ्रष्ट लोगों को रखा जाएगा तो राज्य का बेड़ा गर्क हो जाएगा. उन्होंने कहा कि संध्या तोपनो की हत्या के पीछे बड़े षड्यंत्र की बू आ रही है. जब कोई महिला और उपर से अगर वो ट्राइबल हो तो उसे कुचल दिया जाता है. रूपा तिर्की इसका उदाहरण है. संध्या तोपनो के मामले में यह बात सामने आई है कि न चाहते हुए भी प्रभारी कन्हैया सिंह उसकी नाइट ड्यूटी लगाते थे. जिस दिन घटना हुई उस दिन भी नाइट ड्यूटी लगाई गई थी.
हाईकोर्ट के सीटिंग जज या सीबीआई से कराई जाए जांच
जिस दिन घटना हुई उस दिन सिमडेगा, गुमला और खूंटी से पुलिस गो तस्करों के पीछे लगी थी. आगे के थानों को अलर्ट किया जा रहा था. इसकी सूचना तुपुदाना ओपी को मिलने के बाद भी संध्या को सिर्फ तीन पुलिसकर्मियों के साथ भेजा गया था, जबकि थाने में 8 से 10 पुलिसकर्मी मौजूद थे.
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बाबूलाल ने कहा कि तुपुदाना ओपी क्षेत्र में गो तस्करी को लेकर कुछ दिन पहले छापेमारी हुई थी. कई गाड़ियां जब्त हुई लेकिन उन्हें छोड़ दिया गया. कोई कार्रवाई नहीं हुई. उस वक्त कन्हैया सिंह ही प्रभारी थे. उन्होंने मांग की कि कन्हैया सिंह को बर्खास्त किया जाए और संध्या टोपनो की हत्या की हाईकोर्ट के सीटिंग जज या सीबीआई से जांच की जाये.
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