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आरक्षित पद को EWS में क्यों हस्तांतरित किया गया रिम्स दें जवाब - झारखण्ड हाईकोर्ट

Ranchi : रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में ट्विटर के पद पर होने वाली नियुक्ति के लिए आरक्षित सीट को ईडब्ल्यूएस के लिए हस्तांतरित किए जाने के आदेश के खिलाफ दायर सर्विस रिट पर झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान रिम्स की ओर से अदालत को बताया गया कि उक्त पद के लिए होने वाली नियुक्ति के लिए जो इंटरव्यू लिया जाना था उसे फिलहाल टाल दिया गया है. जिसके बाद झारखंड हाई कोर्ट में रिम्स से 4 सप्ताह में जवाब मांगा है. इसे भी पढ़ें - लापरवाही">https://lagatar.in/two-soldiers-lost-their-lives-due-to-negligence-and-weak-information-system/">लापरवाही

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2020 में रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में ट्विटर के पद के लिए निकला था विज्ञापन 

इस मामले में डॉक्टर स्नेहा सुप्रिया लकड़ा ने अपने अधिवक्ता दिवाकर उपाध्याय के माध्यम से झारखंड हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए सर्विस रिट दायर की है. अपनी याचिका में उन्होंने कहा है कि वर्ष 2020 में रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में ट्विटर के पद के लिए विज्ञापन निकाला गया था. जिसमें एसटी के लिए एक पद आरक्षित था. लेकिन इंटरव्यू को यह कहकर टाल दिया गया की इंटरव्यू लेने वाले व्यक्ति को कोविड  हो गयी है और आवेदक को 1 वर्ष तक कोई भी सूचना नहीं दी गई. इस बीच आरक्षित पद को ईडब्ल्यूएस के लिए हस्तांतरित कर दिया गया.जिसके बाद प्रार्थी ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की है. अब रिम्स को 4 सप्ताह में झारखंड हाई कोर्ट में जवाब दायर करना है. इस मामले की सुनवाई झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश डॉक्टर एसएन पाठक की अदालत में हुई. इसे भी पढ़ें - RUSA">https://lagatar.in/rusa-infrastructure-development-of-14-colleges-of-the-state-will-be-done-by-spending-56-crores-all-will-be-known-as-model-degree-colleges/">RUSA

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