बायोटेक ने DCGI को भेजा ट्रायल डेटा, बच्चों के लिए Covaxin को जल्द मंजूरी मिलने की खबर https://www.youtube.com/watch?v=bUnPPcjLTe8
पोड़ाहाट जंगल से असहाय अवस्था में लाया गया था सम्राट
वन्यजीव सप्ताह के दौरान चिड़ियाघरों में खास रौनक रहती है. जिसमें कई रोचक चीजें देखने को मिलती हैं.ऐसे ही कुछ बेजुबान जानवर भी प्रेम की भाषा समझते हैं. जानवर भी प्रेम के भूखे होते हैं. उन्हें एक बार पुचकार (दुलार) दीजिए तो वो आपके हो जाएंगे. प्रेम से खुशियां है और प्रेम से ही सुकून. सच्चा प्रेम सबको नहीं मिलता है. लेकिन इन दिनों रांची के भगवान बिरसा जैविक उद्यान में दो जानवर के प्रेम से इंसान को भी सीखने की जरूरत है. दरअसल चाईबासा जिले के पोड़ाहाट जंगल से पिछले साल मार्च के महीने में असहाय अवस्था में एक नन्हा हाथी को बिरसा जू लाया गया था. उस वक्त सम्राट(हाथी) 5 महीने का था. डीहाइड्रेट हो चुके सम्राट को बचाना मुश्किल लग रहा था, लेकिन वन विभाग ने उसे बचाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी.तीन महीने खास ख्याल के बाद स्वस्थ हुआ सम्राट
वन विभाग की सूचना के बाद रांची के भगवान बिरसा जैविक उद्यान की टीम आनन-फानन में पोड़ाहाट पहुंची. जहां से सम्राट को बिरसा जू लाया गया. चिड़ियाघर के डॉ अजय ने इलाज शुरू किया और उसे नई जिंदगी दी. डॉ अजय कहते हैं कि जिस वक्त नन्हे हाथी को बिरसा जू लाया गया था, उस वक्त उसके शरीर पर जख्म थे. हाथी पूरी तरह से कमजोर था. बेहतर ट्रीटमेंट के बाद अब वह स्वस्थ हो चुका है.नन्हे हाथी को खल रही थी मां की कमी
डॉ अजय कहते हैं कि नन्हे हाथी को मां की कमी खल रही थी. ऐसी परिस्थिति में बिरसा जू प्रबंधन ने काफी सोंच-समझकर निर्णय लिया कि चिड़ियाघर में अकेली रह रही 17 साल की हथिनी "लखी" के साथ सम्राट को रखा जाए. प्रबंधन का यह निर्णय सफल हुआ. अकेली लखी ने सम्राट को अपनाने में थोड़ा वक्त जरूर लगाया, लेकिन अब दोनों प्रेम का संदेश दे रहे हैं. जू में दोनों की अठखेलियां लोगों को काफी रोमांचित कर रही है और समाज को भी एक संदेश दे रही है कि प्रीत में बहुत बल है. इसे भी पढ़ें - मोदी">https://lagatar.in/corruption-increased-in-modi-government-congress-is-seeing-future-in-kanhaiya-tariq-anwar/">मोदीसरकार में बढ़ा भ्रष्टाचार, कन्हैया में भविष्य देख रही कांग्रेस – तारिक अनवर [wpse_comments_template]
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