Rajiv
Latehar/Chandwa: लातेहार जिले का कमान संभालने वाले नये डीसी भोर सिंह यादव से स्थानीय लोगों ने बड़ी उम्मीदें पाल रखी है. उन्हें लगता है कि डीसी उनके लिए देवदूत बनकर उभर सकते हैं. दरअसल जिले के चंदवा प्रखंड क्षेत्र के चकला गांव में साल 2005-06 में अभिजीत पावर प्लांट का कार्य शुरू हुआ था. इसे साल 2013 तक बनकर तैयार हो जाना था, लेकिन स्थानीय लोगों की उम्मीद धरी की धरी रह गई. करोड़ों रूपये फूक देने के बाद भी आजतक अभिजीत पावर प्लांट शुरू नहीं हुआ.
स्थापना के वक्त लोगों के चेहरे खिल उठे थे
अभिजीत ग्रुप पावर प्लांट चकला का कार्य जब शुरू हुआ था, तो लोगों को रोजगार की उम्मीद बंधी थी. उनके चेहरे पर मुस्कान थी. प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से हजारों परिवारों की आजीविका चलने वाली थी. जब ये पावर प्लांट बन ही रहा था कि व्यवसाय में उछाल आ गया था. आसपास दुकानदारी चलने लगी. स्वाभाविक है कि इससे व्यवसायी वर्ग खासे उत्साहित थे. उनके व्यवसाय में काफी इजाफा हुआ था. लेकिन समय बीतता गया और स्थानीय लोगों के चेहरे मुरझाते गये.
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सस्ते दरों पर मिलती बिजली
अभिजीत पावर प्लांट के चालू होने से क्षेत्र के साथ-साथ राज्य और देश में भी सस्ते दरों पर बिजली उपलब्ध होती. यह बिजली पावर प्लांट कोयला से संचालित होने वाला था. पावर प्लांट के लिए संसाधन जैसे कोयला, पानी और वन क्षेत्र की स्थानीय स्तर पर प्रचुरता के कारण बिजली उत्पादन कम लागत में होता. इससे कम दर पर बिजली मिलती. पता नहीं किसकी नजर लगी और सब उम्मीद समय के साथ धराशाई हो गई.
जंग खा रहे कल-पुर्जे
करोंड़ों की लागत से बने पावर प्लांट का सारा सामान यूं ही जंग खा रहा है. दूसरी तरफ चोर भी करामात दिखा रहे हैं. ज्यादातर सामानों पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया है. स्थानीय निवासी पावर प्लांट की माली हालत देखकर निराश हैं. उन्हें उम्मीद थी कि पावर प्लांट बनने से न केवल रोजगार मिलेंगे बल्कि स्कूल, सड़क, पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं भी मिलेंगी. इलाके का चौतरफा विकास होगा. वर्तमान में स्थिति ऐसी है कि लोग आजीविका के लिए पलायन करने को मजबूर हैं.
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डीसी भोर सिंह यादव से आस
तेजतर्रार आईएएस भोर सिंह यादव लातेहार जिला का कमान संभाल चुके हैं. ऐसे में एक बार फिर स्थानीय लोगों की उम्मीदें जाग उठी है. उन्हें लगता है कि नये डीसी उनके लिए देवदूत बन सकते हैं. वे अपने स्तर पर इसे चालू करवा सकते हैं. स्थानीय निवासी राजकुमार और विकास कुमार भगत कहते हैं कि स्थानीय लोग भोर सिंह यादव से आस लगाये बैठे हैं कि अब पावर प्लांट का कायापलट हो सकता है. डीसी कोई न कोई रास्ता निकालेंगे और उसे चालू करवाएंगे. जब इस संदर्भ में भोर सिंह यादव से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने आश्वासन दिया कि देखते हैं कि वो क्या कर सकते हैं.