Ranchi : रांची विश्वविद्यालय के हॉस्टल नंबर चार को खाली करवाने की प्रशासन की कोशिश नाकाम हो गयी. हॉस्टल खाली करवाने गयी प्रशासन की टीम को सीधे मना कर दिया. छात्रों ने एक सुर में स्पष्ट कर दिया कि जान दे देंगे, लेकिन वे हॉस्टल खाली नहीं करेंगे. वहीं प्रशासन की टीम ने हॉस्टल खाली करवाने के लिए कल(गुरुवार) को फिर आने की बात कही है. हॉस्टल नंबर चार में लगभग 100 छात्र रहते हैं.
दरअसल झारखंड शिक्षा विभाग और सीसीएल के सहयोग से एक लाइब्रेरी बननी है. जिसके लिए रांची विश्वविद्यालय के जमीन को चिंहित किया गया है. लगभग एक सप्ताह से हॉस्टल नंबर चार के पास की खाली जमीन की साफ सफाई की जा रही है. इसी दौरान हॉस्टल को भी तोड़ने की बात कही जा रही है. हॉस्टल में रहने वाले छात्र गरीब परिवार से हैं.
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विश्वविद्यालय यहां लाइब्रेरी बनाएं
हॉस्टल में रहने वाले छात्रों का कहना है कि ये विश्वविद्यालय की जमीन है और इस पर लाइब्रेरी रांची विश्वविद्यालय बनाए. विश्वविद्यालय लाइब्रेरी के साथ हॉस्टल भी बनाएं, ताकि यहां रहने वाले गरीब छात्र रह कर पढ़ाई कर सकें. छात्रों का कहना है कि यहां शिक्षा विभाग की लाइब्रेरी ना बनाएं. छात्रों ने आगे ये भी कहा कि इस हॉस्टल में रांची विश्वविद्यालय ने कुछ नहीं किया है. यहां शौचालय और पानी की व्यवस्था रांची के विधायक सीपी सिंह ने किया है. छात्रों ने कहना है कि हॉस्टल में सारी सुविधाएं सीपी सिंह ने ही उपलब्ध करवायी हैं. विश्वविद्यालय के अधिकारी हॉस्टल की समस्या को लेकर ना तो कभी देखने और ना ही कुछ पूछने आए हैं.
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