Gaurav Prakash
Hazaribagh: हजारीबाग में बिजली विभाग के जीएम अशोक कुमार ने जानकारी दते हुए बताया कि अंडरग्राउंड केबलिंग के लिए अभी लोगों को इंतजार करना होगा. हालांकि मानसून के मद्देनजर बिजली विभाग तैयारी में जुट गई है. सूखे पेड़ को हटाया जा रहा है. वैसे पेड़ जो काफी बड़े हैं और उनकी टहनियां बिजली के पोल से टकरा रही हैं, उसे भी काट कर अलग किया जा रहा. 25 मई को भारी बारिश और आंधी-तूफान के कारण बिजली विभाग को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. सैकड़ों की संख्या में बिजली के पोल धाराशाई हो गए. सूखे हुए पेड़ों के तारों पर गिरने से बिजली प्रभावित हुई. आलम यह रहा कि चार दिनों तक हजारीबाग में अंधेरा छाया रहा. 20 दिन बीत जाने के बाद भी मेंटेनेंस का काम जारी है. आम जनता बार-बार यह सवाल उठा रही है कि इस मानसून में फिर कहीं हजारीबाग ब्लैकआउट न हो जाए.
आम जनता और जनप्रतिनिधि पिछले कई सालों से सरकार और बिजली विभाग से मांग करते आयी है कि अंडरग्राउंड वायरिंग की जाए ताकि इस समस्या से हमेशा के लिए निजात मिल सके. लेकिन आने वाले दिनों में इस समस्या से निजात मिलने की उम्मीद नहीं है. जीएम ने बताया कि सरकार की इस योजना पर काम होगा, जिसका टेंडर हो चुका है. पहले फेज में बिजली की जहां कमी हो रही है, उसे दुरुस्त किया जाएगा. वैसे फीडर जहां अत्यधिक लोड है, उसे अलग करना है. इसे लेकर काम भी किया जा रहा है. वहीं स्मार्ट मीटर डोमेस्टिक व कमर्शियल उपभोक्ताओं के लिए अलग-अलग लगाया जा रहा है. स्मार्ट मीटर लगने के बाद दूसरे फेज में आरडीएस योजना के तहत अंडरग्राउंड केबलिंग की जाएगी. बिजली विभाग के जीएम ने बताया कि हजारीबाग के कुछ इलाकों में अंडरग्राउंड वायरिंग की गई है .बिजली के पोल और तार गिरने की समस्या नहीं आ रही है .जब पूरे इलाके में अंडरग्राउंड वायरिंग हो जाएगी, तभी इस समस्या का समाधान हो पाएगा.
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