Ranchi: नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर निशाना साधा. कहा कि झारखंड में कांग्रेस के “राष्ट्रीय अध्यक्ष” मल्लिकार्जुन खड़गे जी संविधान बचाने की बात करने आ रहे हैं, तो क्या सबसे पहले आते ही वे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से हाफ़िज़ुल हसन के इस्तीफ़े की मांग करेंगे?
क्योंकि ऐसे संविधान विरोधी व्यक्ति के साथ गठबंधन में बने रहना और उसी समय संविधान बचाओ रैली करना तो दोगलेपन की परिभाषा ही है. यह कोई इत्तेफ़ाक़ नहीं है कि जैसे-जैसे नेशनल हेराल्ड केस की परतें खुलती जा रही हैं, कांग्रेस पार्टी की संविधान को लेकर चिंता भी बढ़ती जा रही है.
एक सोची-समझी साज़िश के तहत जनता का ध्यान राहुल गांधी और सोनिया गांधी द्वारा किए गए घोटाले से भटकाने के लिए यह सारा आडंबर रचा जा रहा है. वरना जिस पार्टी में खुद के नियम-कायदे केवल एक ही परिवार के सदस्य तय करते हों, वह पार्टी देश के संविधान की कितनी परवाह करेगी, यह जनता भली-भांति जानती है. कांग्रेस और झामुमो गठबंधन की नींव शायद इसी परिवार-प्रेम का परिणाम है.
इसे भी पढ़ें- ICSE 2025 : 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट जारी, लड़कियों ने मारी बाजी