ने कोरोना को देखते हुए सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रहने का दिया आदेश
अंतिम समय निकासी के लिए प्रतिबंध को हटाया
शाम चार बजे के बाद वित्त विभाग द्वारा कोषागार में ई-पेमेंट बंद करने के कारण कुछ विभागों का करोड़ों का बिल फंसा रह गया. अंतिम समय में कई विभागों को राशि मिलने के कारण निकासी को लेकर गहमागहमी बनी रही. वित्त विभाग द्वारा शाम चार बजे के बाद ऑनलाइन बिल रिसीव करने पर रोक से ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल का 3.50 करोड़ तथा इलेक्सन ऑफिस का 40 लाख रुपये फंस गया था. इससे विभागीय पदाधिकारियों की सांसे भी अटक गई थी. हालांकि कुछ घंटे बाद रोक हटा ली गई. इसके बाद निकासी की प्रक्रिया शुरू की गई. हालांकि कोषागार पदाधिकारी के अनुसार रात 10 बजे तक विपत्र स्वीकृत किया जाएगा. इसे भी पढ़ें- झारखंड">https://lagatar.in/693-new-cases-of-corona-in-the-state-the-second-wave-found-the-most-patients-in-a-day/44104/">झारखंडमें मिले कोरोना के 693 नए केस, रांची में सबसे अधिक 351 मरीज
पर्यटन मद की राशि पीएल खाते में ट्रांसफर
पर्यटन मद की करीब 1.32 करोड़ रुपये को अंतिम समय में पर्सनल लेजर अकाउंट यानी पीएल खाते में ट्रांसफर किया गया. वहीं कल्याण विभाग का करीब दो करोड़ रुपये सरेंडर किया गया. यह राशि कल्याण छात्रावास मरम्मत मद की थी. पीएचइडी विभाग की भी योजना मद की एक करोड़ से ज्यादा की राशि प्रत्यार्पित की गई. जबकि कृषि विभाग अंतर्गत आत्मा से क्रियान्वित राष्ट्रीय फूड सिक्यूरिटी मिशन दलहन में 55 लाख तथा तेलहन में 5 लाख रूपया खर्च नहीं होने के कारण वापस की गई. वहीं समाज कल्याण अंतर्गत कन्यादान सहित अन्य योजनाओं की राशि वापस की गई इसे भी पढ़ें- जयंत">https://lagatar.in/jayant-sinha-accused-of-instigating-public-for-political-selfishness-barhis-leader-wrote-a-letter-to-mp/44162/">जयंतसिन्हा पर राजनीतिक स्वार्थ के लिए जनता को भड़काने का आरोप, बरही के नेता ने सांसद को लिखा पत्र
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