Ranchi : झारखंड बिजली वितरण निगम की ओर से नयी एजेंसियों को बहाल किया गया है. इन एजेंसियों के अधीन कार्यरत उर्जा मित्रों की ओर से मीटर रीडिंग की जा रही है. पिछले सप्ताह से राज्य के कई इलाकों में उर्जा मित्रों ने काम शुरू किया. लेकिन जेबीवीएनएल के पास ऐसे उर्जा मित्रों की जानकारी नहीं है जो घर-घर जा कर मीटर रीडिंग कर रहे हैं. इस बार नयी एजेंसियों की ओर से मीटर रीडिंग शुरू की गयी है. काम फरवरी में ही एजेंसियों को दे दिया गया. इसके बाद भी एजेंसियों ने निगम को उर्जा मित्रों की जानकारी नहीं दी. निगम की ओर से पिछले दिनों एजेंसियों को निर्देश दिया गया है कि वे जल्द से जल्द उर्जा मित्रों की जानकारी निगम को मुहैया करायें.
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एनआइटी की धाराओं के तहत दें जानकारी
निगम की ओर से बताया गया है कि उर्जा मित्रों की जानकारी एजेंसियों को पहले देने थी. लेकिन एजेंसियों ने ऐसा नहीं किया. निगम ने फिर से एजेंसियों से इसकी जानकारी मांगी है. जिसमें उर्जा मित्रों की शैक्षणिक और तकनीकि योग्यता के साथ मशीनों की जानकारी मांगी गयी है. निगम के सूत्रों ने बताया कि पिछले साल से निगम एजेंसियों को बदलने की तैयारी की. इस साल फरवरी में एजेंसियों को बदला गया. कोरोना के कारण बीच में काम बंद रहा. लेकिन इस दौरान भी एजेंसियों ने जानकारी नहीं दी.
आपूर्ति क्षेत्रों के अनुसार की गयी है तैनाती
एजेंसियों की तैनाती निगम ने आपूर्ति क्षेत्रों के अनुसार की है. जिसमें साई कंप्यूटर्स लिमिटेड, मेसर्स एमडी डिजिट्रॉनिक्स लिमिटेड, मेसर्स कंपीटेंट सिनिजरीज प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स क्वेस कारॅपोरेशन लिमिटेड को काम दिया गया है. जानकारी है कि पहले राज्य में लगभग तीन हजार पांच सौ उर्जा मित्र मीटर रीडिंग करते थे. रीडिंग डोर टू डोर की जाती थी. लेकिन नयी एजेंसियों के आने के बाद इसकी जानकारी निगम के पास नहीं है कि कितने उर्जा मित्र कार्यरत हैं.
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