Ranchi: इंडो ग्लोबल सोशल सर्विस सोसायटी की ओर से मंगलवार को शहरी युवा नेतृत्व तीन दिवसीय कार्यशाला स्टेशन रोड स्थित होटल एवीएन प्लाजा में आयोजित की गई. यह कार्यशाला सेकोउर्स कैथालिक कारितास फ्रांस के सहयोग से किया गया. इस तीन दिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य शहरी (यूवाईएलपी) प्रतिभाशाली, उत्सुक उभरते युवा नेताओं को शहरी मुद्दों पर सीखने और काम करने के लिए और विकास को लेकर, पेशेवर के रूप में करियर शुरू करने के लिए इंडो ग्लोबल सोशल सर्विस सोसायटी (आईजीएसएसएस) की ओर से प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण पहल कि गई है. इसे भी पढ़ें- इस्तीफा">https://lagatar.in/trivendra-singh-rawat-said-in-pc-as-soon-as-he-resigned-ask-the-high-command-to-answer-this/35553/">इस्तीफा
देते ही PC में बोले त्रिवेंद्र सिंह रावत, आलाकमान से पूछें इसका जवाब इसका उद्देश्य शहरी गरीबी पेशेवरों की एक नई लाइन बनाना और बनाए रखना हैं. जो तेजी से बदलती शहरी वास्तविकता को संबोधित करने के लिए बहुत जरूरी हैं. यह कार्यशाला का संचालन ऋषित नियोगी के द्वारा किया गया. आज के कार्यशाला में मुख्य अतिथि और प्रशिक्षक के तौर पर ह्यूमन राइट्स लॉ नेटवर्क संगठन और हाईकोर्ट की अधिवक्ता रश्मि लाल और शिक्षाविद चंदन कुमार सिंह शामिल रहे. आईजीएसएसएस के राज्य संयोजक बसब भट्टाचार्य ने बताया कि शहरी युवा नेतृत्व कार्यक्रम में रांची के विभिन्न बस्तियों के चयनित 20 बच्चों को आईजीएसएसएस के सतत शहर प्रोजेक्ट्स के तहत युवा नेताओं के द्वारा एक प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण पर पहल किया गया. जिसमें नायक बस्ती, रानू कोचा, लंका कोचा, शिव मंदिर, बरकोचा, न्यू कॉलोनी, मौसी बाड़ा शामिल हैं. उन्होंने बताया कि आईजीएसएसएस इसके अलावा इन मुद्दों पर काम करता है जिसमें शहरी गरीबी में कमी, सतत रोजगार, लिंग समानता, युवा विकास, जलवायु परिवर्तन अनुकूलन शामिल हैं. इसे भी पढ़ें- धनबाद:">https://lagatar.in/dhanbad-uproar-in-jareda-office-demanding-payment-of-dues-to-the-people-of-belgarhia-township/35534/">धनबाद:
बेलगढ़िया टाउनशिप के लोगों का बकाया भुगतान को लेकर जरेडा कार्यालय में हंगामा इसी दौरान हाईकोर्ट की अधिवक्ता रश्मि लाल ने कहा कि कार्यशाला में खास तौर पर हमने भारतीय संविधान पर फोकस किया हैं. भारत में लड़कियों व महिलाओं के खिलाफ शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक महिलाओं के मौलिक अधिकारों के उल्लंघन की खबरें आम हैं. महिलाओं के खिलाफ हिंसा ने विशेष रूप से तीव्र रूप ले लिया है. इसका कारण है जागरूकता में कमी. लड़कियों को इस बारे में पूर्ण रूप से जानकारी नहीं होना. साथ ही कार्यशाला में एफआईआर करने की पूर्ण जानकारी दी गई. वास्तव में शादी की उम्र क्या होनी चाहिये? इस पर भी विशेष चर्चा की गई. इस मौके पर राज्य संयोजक बसब भट्टाचार्य, ऋषित नियोगी, रश्मि लाल, शांति कुमारी, रितु खलखो व बच्चे समेत अन्य लोग मौजूद थे. इसे भी देखें-
इंडो ग्लोबल सोशल सर्विस सोसायटी की कार्यशाला, कौशल विकास पर जोर

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