Ranchi : 24 मार्च को विश्व यक्ष्मा दिवस मनाया जाता है. ऐसे में टीबी को खत्म करने का संकल्प और जागरूकता को लेकर गुरुवार को सदर अस्पताल से स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा प्रभात फेरी निकाली जायेगी. रांची जिले में टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत 2021 में जिले के निजी अस्पतालों में 3911, जबकि सरकारी अस्पतालों में 2509 मरीजों का इलाज शुरू किया गया है. वहीं साल 2020 में इस बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 90% रही है. जबकि एमडीआर मरीजों की संख्या जिले में 63 है.
रांची जिले में यहां टीबी की जांच की सुविधा
रांची जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी क्षेत्र में सदर अस्पताल, राजकीय औषधालय डोरंडा, यूपीएचसी हेसल, यूपीएचसी बड़गाई, यूपीएचसी रिसलदार बाबा में टीबी की जांच की सुविधा है. सभी प्रखंडों में टीबी मरीजों की एक्सरे जांच की जा रही है और दवा बिल्कुल मुफ्त दी जा रही है.
टीबी के मरीजों को इलाज के दौरान दी जाने वाली सुविधाएं
- सभी टीबी मरीजों को दवा खाने की अवधि तक प्रतिमाह 500 रुपये उनके खाते में स्थानांतरित किया जाता है.
- सभी टीबी के मरीजों को इलाज के प्रारंभ में ट्रैवेल अलाउंस के रूप में 750 रुपये उनके खाते में स्थानांतरित किया जाता है.
- टीबी की दवा खिलाने वाले डॉट्स प्रोवाइडर को 1000 रुपये एवं एमडीआर पेशेंट को दवा खिलाने वाले डॉट्स प्रोवाइडर को 5000 रुपये की राशि का भुगतान किया जाता है.
- प्राइवेट प्रैक्टिशनर को टीबी नोटिफिकेशन के लिए 500 एवं आउटकम देने के पश्चात 500 रुपये उनके खाते में दिये जाते हैं.
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