Search

पटमदा के किसानों की चिंता, कहीं दो रुपये किलो तक न पहुंच जाए टमाटर

Patamda: पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा प्रखंड में टमाटर का उत्पादन अधिक होने से लगातार कीमत में गिरावट जारी है. दो तीन दिन पहले तक 12 रुपये प्रति किलो बिकने वाला टमाटर व्‍यापारी आठ से दस रुपये प्रति किलो के रेट से खरीद रहे हैं. किसानों के खेत से तीन चार दिनों के अंतराल में प्रति बीघा डेढ़ से दो क्विंटल टमाटर निकल रहा है,  जिससे कीमत कम हो गई है. किसानों को डर है कि इसी तरह कीमत गिरती रही तो दो रुपये किलो भी बेच पाना मुश्किल होगा और खेती की लागत भी नहीं निकल पाएगी. इसे भी पढ़ें: सिद्धू">https://lagatar.in/sidhus-attack-on-the-center-people-were-not-in-the-rally-so-modi-was-masquerading-as/">सिद्धू

 का केंद्र पर हमला, रैली में नहीं थे लोग, इसलिए स्वांग रच रहे मोदी

भाड़ा बचाने के लिये किसान आढ़ती तक बैलगाड़ी से पहुंचा रहे टमाटर

कुमीर तोसलागोड़ा के किसान बिरिची महतो ने बताया किसानों ने काफी आशा से टमाटर की खेती की थी. कुछ फसल को तो बारिश ने बरबाद कर दिया, अब कीमत में लगातार गिरावट से कम मुनाफा मिल रहा है. स्थिति यह हो गई है कि गाड़ी भाड़ा बचाने के लिये किसान आढ़ती तक बैलगाड़ी से टमाटर पहुंचा रहे हैं ताकि कुछ बचत हो सके. बिरिची महतो ने बताया कि उन्‍होंने दो-तीन बीघा में टमाटर लगाया है, जिसमें दो-तीन दिन के अंतराल में तीन-चार क्विंटल टमाटर निकल रहा है.

बारिश से हुए नुकसान की भरपाई की उम्‍मीद टूटी

बोड़ाम के किसान दल गोविंद सिंह भी कहते हैं कि पहली बारिश से जो नुकसान हुआ था, उसकी क्षतिपूर्ति बढ़े हुए उत्पादन से होने की आशा थी. लेकिन कीमतों में दिन प्रतिदिन हो रही गिरावट से किसानों की आशा पर पानी फिरता दिख रहा है. कुछ बदलाव होने की उम्‍मीद में किसान खेती करना नहीं छोड़ पाते. ऐसी स्थिति में सरकार को आगे आकर टमाटर उत्‍पादक किसानों के हितों पर भी ध्‍यान देना चाहिए. इसे भी पढ़ें: LAGATAR">https://lagatar.in/lagatar-exclusive-playing-with-lives-corona-patients-giving-levocel-m-expiry-medicine-home-isolated-patients/">LAGATAR

EXCLUSIVE: कोरोना मरीजों की जान से खिलवाड़, होम आइसोलेट मरीजों को दे दी “लेवोसेल-एम” एक्सपायरी दवा
[wpse_comments_template]

Comments

Leave a Comment

Follow us on WhatsApp