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चिंतनीय : झारखंड के 10 जिलों में 30 फीसदी तक ही भू-गर्भ जल हो पाया है रिचार्ज

  • पश्चिमी सिंहभूम में सिर्फ नौ फीसदी ही रिचार्ज
  • राज्य के शहरी इलाकों में 882 लाख गैलेन पानी की है कमी
  • शहरी क्षेत्रों में प्रतिदिन पानी चाहिए 1616.35 लाख गैलेन, उपलब्ध है 734.35 लाख गैलेन
  • उद्योगों को चाहिए 4338 मिट्रिक क्यूबिक मीटर पानी
  • सिंचाई के लिए 3813.70 मिट्रिक क्यूबिक मीटर पानी की है जरूरत
Ranchi : झारखंड में जलसंकट की स्थिति निरंतर बढ़ती ही जा रही है. राज्य के 10 जिलों में भू-गर्भ जल की स्थिति भयावह हो गई है. इन जिलों में सिर्फ नौ से 30 फीसदी तक ही भू-गर्भ जल रिचार्ज हो पाया है. जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार राज्य के पश्चिमी सिंहभूम, साहिबगंज, दुमका, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला, सिमडेगा, जामताड़ा, गुमला, खूंटी और लातेहार में भू-गर्भ जल की स्थिति भयावह बनी हुई है. सबसे कम पश्चिमी सिंहभूम में सिर्फ नौ फीसदी ही भू-गर्भ जल रिचार्ज हो पाया है.

राज्य में उपलब्ध है 4292 मिट्रिक क्यूबिक मीटर भू-गर्भ जल

झारखंड में 4292 मिट्रिक क्य़ूबिक मीटर भू-गर्भ जल उपलब्ध है. जबकि सतही जल (सरफेस वाटर) 25876.98 मिट्रिक क्यूबिक मीटर जल उपलब्ध है. इसमें सिंचाई के लिए 3813.70 मिट्रिक क्यूबिक मीटर पानी की जरूरत है. जबकि उद्योगों के लिए 4338 मिट्रिक क्यूबिक मीटर पानी की जरूरत बताई गई है. वहीं शहरी आबादी को प्रति दिन 1616.32 लाख गैलेन पानी की जरूरत है. इसके एवज में शहरी क्षेत्रों में 734.35 लाख गैलेन पानी की ही आपूर्ति हो पाती है.

पूर्वी सिंहभूम में सबसे अधिक पानी का दोहन

जल संसाधन विभाग के आंकड़ों के अनुसार सबसे अधिक पूर्वी सिंहभूम में 131.39 फीसदी पानी का दोहन हो चुका है. इसे ओवर एक्सप्लोएटेड की श्रेणी में रखा गया है. इसके अलावा गोड्डा में 117.39 फीसदी, रांची के कांके में 112.4 फीसदी और धनबाद के झरिया में 105.63 फीसदी पानी का दोहन हो चुका है. इन सभी जगहों को ओवर एक्सप्लोएटेड की श्रेणी में रखा गया है. वहीं बोकारो के चास में 75.92 और रांची के रातू में 72.49 फीसदी पानी का दोहन हुआ है. इन दोनों जगहों को सेमी-क्रिटिकल श्रेणी में रखा गया है. इसके अलावा धनबाद में 92.15 और रामगढ़ में 94.29 फीसदी पानी का दोहन हुआ है. इस दोनों जिलों को क्रिटिकल श्रेणी में रखा गया है.

किस जिले में भूगर्भ जल कितना हुआ रिचार्ज

जिला                              प्रतिशत पश्चिमी सिंहभूम                  09 साहिबगंज                        22 दुमका                             27 पूर्वी सिंहभूम                    21 सरायकेला                      12 सिमडेगा                         27 जामताड़ा                       27 गुमला                           26 खूंटी                             28 लातेहार                        26 बोकारो                        31 चतरा                           35 देवघर                         33 धनबाद                       52 गढ़वा                         35 गिरिडीह                    36 गोड्डा                         39 हजारीबाग                 33 कोडरमा                   33 लोदरदगा                 40 पलामू                      32 रामगढ़                    39 रांची                       40

2025 तक किस जिले को कितने घरेलू और उद्योगों के लिए पानी की है जरूरत

जिला       पानी(क्यूबिक मीटर) बोकारो                   4121 चतरा                     2197 देवघर                    2605 धनबाद                  5780 दुमका                   2455 पूर्वी सिंहभूम          4966 गढ़वा                   2510 गिरिडीह              5099 गोड्डा                   2128 गुमला                 1670 हजारीबाग           3392 जामताड़ा            1293 खूंटी                    963 कोडरमा             1342 लोहरदगा             818 लातेहार             1288 पाकुड़              1582 पलामू               3761 रामगढ़            1633 साहिबगंज        1976 सरायकेला       1731 सिमडेगा         1118 पश्चिमी सिंहभूम 2562 रांची              5080 इसे भी पढ़ें : 30">https://lagatar.in/till-april-30-41-cases-code-conduct-violation-were-registered-in-jharkhand-hazaribagh-and-ranchi-on-top/">30

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