Latehar: प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में व्यवहार न्यायालय परिसर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया. प्रधान न्यायाधीश मनोज कुमार सिंह ने कहा कि बहुत से अन्य क्षेत्रों में योग शब्द का विभिन्न अर्थों में प्रयोग किया गया है. हम आध्यात्मिक क्षेत्रों में इस शब्द के अर्थ पर विचार करते है तो वहां उसका अर्थ अपने आप से युक्त होना अर्थात् अपने स्वरूप में स्थिर हो जाना या जीवात्मा का परमात्मा से मिलन योग कहा जाता है. पीडीजे ने कहा कि इस भागदौड़ भरी जिंदगी में अगर दिन भर में 15 से 20 मिनट भी योग के लिए दिए जाएं तो इससे अनगिनत लाभ पहुंचते हैं. मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम दिनेश कुमार मिश्रा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय संजय कुमार दूबे, एसीजेएम शशि भूषण शर्मा, सिविल जज तृतीय सह ज्युडिशियल मजिस्ट्रेट स्वाति विजय उपाध्याय, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव शिवम चौरसिया, एसडीजेएम प्रणव कुमार, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी उत्कर्ष जैन सहित व्यवहार न्यायालय लातेहार के कर्मचारी मौजूद थे. इसे भी पढ़ें - खत्म">https://lagatar.in/wait-is-over-monsoon-reached-jharkhand-rainfall-reduced-by-65-percent/">खत्म
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लातेहार: व्यवहार न्यायालय परिसर में लगा योग शिविर

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