Pune : पुणे से एक झकझोर देने वाला मामला प्रकाश में आया है. जहां एक महिला की मौत कोरोना से हो गई. 2 दिनों तक महिला का शव उसके घर पर ही पड़ा रहा. शव के बगल में एक 18 महीनें का बच्चा भूख- प्यास से रोता रहा. लेकिन किसी ने उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया. दो महिला पुलिस कॉन्स्टेबलों ने बच्चे का रेस्क्यु किया और उसे अपने साथ ले गयी.
2 दिनों तक मां के शव के पास बैठा रहा बच्चा
बताया जा रहा है कि लोगों को मौत की खबर घर से आ रही दुर्गंध के बाद मिली. लेकिन भी किसी ने उस छोटे से बच्चे के बारे में एक बार भी नहीं सोचा. इसका सबसे बड़ा कारण कोरोना का बढ़ता प्रकोप है. लोग कोरोना के डर से महिला के घर के पास तक नहीं गये. लोगों ने उस बच्चे तक के बारे में नहीं सोचा जो मां के मौत के बाद अकेले उस घर में था.
बच्चे को अस्पताल में कराया गया भर्ती
घटना की जानकारी जब दो महिला कॉन्स्टेबलों को मिली तब दोनों ने इंसानियत दिखाते हुए बच्चे की मदद के लिए आगे आयी. जब घर का दरवाजा खोला गया तो लोगों के होश उड़ गये. बच्चा शव के बगल में लेटा हुआ था. बच्चे की हालत भूख और प्यास से खराब हो गयी थी. दोनों कॉन्स्टेबल ने बच्चे को दूध और बिस्किट खिलाया. उसके बाद बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
यूपी की रहने वाली थी महिला
पुलिस ने बताया कि महिला उत्तर प्रदेश से कुछ महीने पहले ही पुणे के दिघी आयी थी. पति दैनिक मजदूरी का काम करता है. महिला का पति कुछ निजी काम के लिए यूपी गया हुआ है. तब से वह अपने बेटे के साथ किराये के घर में अकेली रह रही थी.