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हरिद्वार कुंभ मेले में कल शाही स्नान, 25 लाख लोग जुटेंगे, तीरथ सिंह रावत ने कहा, मां गंगा के आशीर्वाद से कोरोना नहीं फैलेगा

NewDelhi :  देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कई राज्यों में लॉक डाउन की बनी हुई है. नाईट कर्फ्यू जारी है. ऐसे में कल 14 अप्रैल को हरिद्वार में लाखों लोगों की भीड़ जुटेगी. कल कुंभ मेले में तीसरे मुख्य शाही स्नान का आयोजन किया जा रहा है.

कोरोना वायरस महामारी के बीच उत्तराखंड के हरिद्वार में आयोजित कुंभ को लेकर राज्य के सीएम तीरथ सिंह रावत ने कहा कि मां गंगा के आशीर्वाद से यहां कोरोना नहीं फैलेगा. इस क्रम में सीएम रावत ने  कहा कि कुंभ की तुलना मरकज ने नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा कि मरकज़ से जो कोरोना फैला वो इसलिए कि वो बंद कमरे में थे. कुंभ खुले में है इसलिए कोरोना नहीं फैलेगा. उन्होंने कहा कि मां गंगा की अविरल धारा है, मां गंगा का आशीर्वाद लेकर जायेंगे तो कोरोना नहीं फैलेगा.

कुंभ की यह भीड़ देशभर में सुपर स्प्रेडर बन सकती है !

हरिद्वार मेला प्रशासन के अनुमान के अनुसार वर्तमान में मेला क्षेत्र में करीब 1.5 लाख लोग मौजूद हैं. 14 अप्रैल, यानी शाही स्नान के दिन भीड़ 20 से 25 लाख तक पहुंच सकती है.  डॉक्टरों के अनुसार कुंभ की यह भीड़ देशभर में सुपर स्प्रेडर बन सकती है.   स्थानीय प्रशासन मान रहा है कि मेले में दो गज दूरी और मास्क जैसे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराना नामुमकिन है.  शाही स्नान के दौरान तो यह संभव ही नहीं है, ऐसे में कोरोना बहुत तेजी से फैल सकता है.

बता दें कि प्रशासनिक अधिकारी मेला के सुपर स्प्रेडर बन जाने की बात मान रहे हैं, लेकिन इसे रोकने की उनके पास कोई योजना नहीं है. इस बीच पिछले 24 घंटों मे उत्तराखंड में संक्रमण के 1,334 मामले आये हैं और 7 मौतें हुई हैं.  प्रदेश में  अभी कोरोना के 7,846 एक्टिव केस हैं.

कुंभ मेले में भीड़ बढ़ने के साथ यह बहस भी तेज होती जा रही है कि पिछले साल दिल्ली में तब्लीगी जमात के कार्यक्रम में महज 2,000 लोगों के जमावड़े को सुपर स्प्रेडर बताया गया था. लेकिन कुंभ को लेकर खामोशी है.

दो गज दूरी का पालन संभव नहीं !

  उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार के अनुसार  लाखों की भीड़ में गाइडलाइन पालन करवाना संभव नहीं है.  9-10 अप्रैल तक हमने गाइडलाइन का पालन करवाने की कोशिश की. लेकिन, भीड़ बढ़ने के साथ दो गज की दूरी का पालन करवाना मुश्किल होता जा रहा है.

कहा कि 11  अप्रैल को कुंभ में आने वाले 53,000 लोगों का कोरोना टेस्ट हुआ और महज 1.5% यानी 500 से 550 लोग ही पॉजिटिव पाये गये. संक्रमितों को अस्पताल और क्वारंटीन सेंटर में भेज दिया गया है.

 साधु-संतों को  रोकना संभव नहीं : उत्तराखंड सरकार

 उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल  ने कहा कि  साधु-संतों को तो आप जानते ही हैं, उन्हें रोकना संभव नहीं. है. सरकार जो कर सकती है वह कर रही है. वहीं कुंभ में आये जूना अखाडे़ के नागा साधु गजेंद्र गिरी कहते हैं कि साधू-संत फक्कड़ होते हैं, उन पर किसी का निर्देश नहीं चलता.  हरिद्वार के पुजारी कमलेश ने बताया कि मास्क तो फिर भी कुछ लोग लगा रहे हैं, लेकिन दो गज की दूरी का पालन संभव ही नहीं. अब तो प्रशासन भी कुछ नहीं कहता.

 संघ के स्वयंसेवकों से मदद मांगी


पुलिस महानिरीक्षक, कुंभ मेला संजय गुंज्याल ने 3 अप्रैल को प्रांत संघ संचालक को पत्र लिखकर मेले में भीड़ और यातायात को नियंत्रित करने के लिए मदद मांगी थी.  पत्र में उन्होंने अपील की थी कि कोरोना के चुनौतीपूर्ण माहौल में संघ के कार्यकर्ता हमारी मदद के लिए आगे आये. मेले में तैनात संघ के कार्यकर्ता अनिल मिश्रा ने बताया कि यातायात और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 12-12 घंटे की शिफ्ट हमारे कार्यकर्ता कर रहे हैं.   

तब्लीगी जमात पर निशाना,  कुंभ पर खामोशी !

सोशल मीडिया पर कुंभ में जुटी भीड़ की सैकड़ों तस्वीरें शेयर हो रही हैं. लोग पूछ रहे हैं कि पिछले साल 10-12 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज में जुटी जमात पर सरकार से लेकर जनता तक ने निशाना साधा था. उन्हें सुपर स्प्रेडर कहा गया था. तब्लीग के कार्यक्रम में 2000 से भी कम लोग जुटे थे. जबकि, कुंभ में लाखों लोग जुटे हैं, कोरोना के लिए जारी गाइडलाइन की धज्जियां सरेआम उड़ाई जा रही हैं. लेकिन इस बारे में खामोशी है

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