Ranchi: नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि समुदाय विशेष की मौत पर तीन लाख और कांवरियों की मौत पर सिर्फ 1 लाख मुआवजा देती है. हेमंत सरकार तुष्टीकरण में कितना डूबी है, यह इसके सभी निर्णयों में साफ साफ झलकता है.
अभी हाल ही में रामगढ़ के एक आफताब अंसारी की मौत का हौआ खड़ा कर स्वास्थ्य मंत्री ने उसके परिजन को 3 लाख रुपए की मुआवजा राशि घोषित की. आज तो इस संबंध में सरकार की पोल खुल गई. स्वास्थ्य मंत्री जिसे मॉब लिंचिंग बता रहे थे, उन्हीं के विभाग ने पोस्टमार्टम कर मौत को पानी में डूबने से बताया है.
अब तो स्वास्थ्य मंत्री की डिग्री भी संदेह के घेरे में है. मंत्री ने वोट बैंक के लिए सब कुछ तख्त पर रखते हुए तीन लाख मुआवजा की घोषणा की. दुर्भाग्य जनक स्थित यह है कि आज जब बाबा बैजनाथ की पूजा कर लौट रहे कावंरियों की दुर्घटना में मौत होने पर यह सरकार मात्र एक लाख रुपए मुआवजा की घोषणा करती है.स्पष्ट है कि राज्य सरकार की नजरों में एक कांवरिया का कितना महत्व है.
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