Washington : यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमीर जेलेंस्की खुल कर ट्रंप टैरिफ के समर्थन में आ गये हैं. बता दें कि अमेरिकी मीडिया के समक्ष जेलेंस्की ने डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूस से तेल खरीदने वाले देशों के खिलाफ टैरिफ लगाने को सही करार दिया है.
Putting tariffs on countries that make deals with Russia is "right idea": Ukraine's President Zelenskyy
— ANI Digital (@ani_digital) September 8, 2025
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अमेरिकी पत्रकार ने जेलेंस्की से सवाल किया था कि क्या ट्रंप की भारत पर टैरिफ लगाने की नीति उलटी पड़ गयी है, तो जेलेंस्की का जवाब था कि रूस से डील करने वाले देशों पर टैरिफ लगाना सही है. हालांकि उन्होंने इस बात का जवाब नहीं दिया कि सिर्फ भारतीय सामानों पर टैरिफ लगाया गया है.
जेलेंस्की का यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब ट्रंप सरकार रूस के खिलाफ लगाये गये प्रतिबंधों का घेरा और कसने की कोशिश कर रही है. याद करें कि 15 अगस्त को अलास्का में ट्रंप और पुतिन के बीच भी मुलाकात हुई थी. हालांकि इसका नतीजा सिफर ही निकला था.
अहम बात यह है कि चीन में पिछले दिनों आयोजित एससीओ शिखर सम्मेलन की एक तस्वीर जिसमें प्रधानमंत्री मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आपस में चर्चा कर रहे हैं,
पूरी दुनिया में हलचल मच गयी है. माना गया कि एक नये ग्लोबल ऑर्डर की शुरुआत हो गयी है. तियानजिन एससीओ शिखर सम्मेलन में इसकी नींव रख दी गयी है.
मामला यह है कि भारत रूस से कच्चा तेल खरीद रहा है. भारत चीन के बाद सबसे ज्यादा बड़ा खरीदार है. इसे बहाना बना कर ट्रंप ने भारतीय सामानों पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ,यानी टोटल 50 फीसदी टैरिफ लगा दिया है. 
भारत झुक नहीं रहा है, इस कारण कुछ अमेरिकी अधिकारी भारत के खिलाफ उल्टे सीधे बयान दे रहे हैं. पीटर नवारो के साथ ट्रंप प्रशासन के कुछ अधिकारी हर दिन अलग अलग चैनलों पर बैठकर भारत के खिलाफ जहरीली बयानबाजी कर रहे हैं
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