में स्वास्थ्य विभाग का कारनामाः मृत महिला डॉक्टर की DMCH में कर दी पोस्टिंग
2002 बैच के आइएएस अधिकारी हैं डॉ. मनीष रंजन
लेखक प्रशासनिक सेवा से जुड़े हुए अधिकारी हैं. इस किताब के लेखन में उन्होंने काफी शोध किया है. समय-समय पर नई जानकारियां आने के साथ ही किताब के अगले संस्करण में वह झारखंड की नई जानकारियों का संग्रह करते आ रहे हैं. 2002 बैच के आईएएस अधिकारी सह-साहित्यकार डॉ मनीष रंजन वर्तमान में ग्रामीण विकास विभाग में सचिव के पद पर झारखंड सरकार में कार्यरत हैं. इन्होंने झारखंड के विभिन्न जिलों में उपायुक्त-सह-जिला अधिकारी के रूप में आम लोगों के विकास के लिए सफलतापूर्वक कार्य किया है. [caption id="attachment_145381" align="aligncenter" width="600"]alt="IAS डॉ मनीष रंजन की किताब का आया 8वां संस्करण, JPSC सिलेबस पर है आधारित" width="600" height="400" /> IAS मनीष रंजन की किताब[/caption] इन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा नेतरहाट विद्यालय से की है. ये स्कूल झारखंड के लातेहार जिला में स्थित है. मनीष रंजन ने उच्च शिक्षा के लिए पटना कॉलेज, पटना से की. इसके बाद इन्होंने हिंदू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की. IRMA, गुजरात से MBA की डिग्री लेने के बाद मैनेजमेंट स्टडी में पीएचडी की. डॉ रंजन कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले, अमेरिका से पब्लिक अफेयर में मास्टर डिग्री भी हासिल कर चुके हैं. प्रोफेशनल करियर में इन्हें IAS की मेरिट में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए डायरेक्टर्स गोल्ड मेडल से नवाजा गया है. इन्हें लगातार">https://lagatar.in/">लगातार
दो वर्ष प्रधानमंत्री मनरेगा उत्कृष्टता पुरस्कार मिला है. साथ ही भारत के महामहिम राष्ट्रपति महोदय द्वारा निर्मल ग्राम पुरस्कार भी दिया जा चुका है. इसे भी पढ़ें - NIA">https://lagatar.in/revealed-in-nia-investigation-fake-notes-being-brought-to-jharkhand-via-bengal/">NIA
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