Ranchi : आदिवासियों की ऐतिहासिक मुड़मा जतरा 8-9 अक्तूबर को आयोजित किया गया. इसमें 40 पड़हा लोगों के पारंपरिक सामाजिक, धार्मिक और अगुवा लोग शामिल होंगे.
शनिवार को मुड़मा जतरा को सफल बनाने के लिए 40 पड़हा के पहानों की बैठक पड़हाभवन मुड़मा में आयोजित हुई. बैठक की अध्यक्षता धर्मगुरु बंधन तिग्गा ने की, जबकि इस मौके पर झारखंड सरकार के कल्याण मंत्री चमरा लिंडा विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए.
बैठक में कहा गया कि इस बार जतरा को और बेहतर व ऐतिहासिक बनाने में किसी भी तरह की कमी नहीं छोड़ी जाएगी. जतरा में आने वाले देश-विदेश के मेहमानों व श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए संबंधित विभागों को सख्त दिशा-निर्देश दिए गए. विशेषकर पड़हा प्रतीक चिन्हों के साथ शामिल होने वाले खोड़हा के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया.
कल्याण मंत्री मंत्री चमरा लिंडा ने कहा कि जतरा के सफल आयोजन में सरकार हर संभव सहयोग करेगी और जतरा भूमि के संरक्षण व संवर्धन के लिए अगले वर्ष तक ठोस कदम उठाए जाएंगे. बैठक के बाद मंत्री व धर्मगुरु ने जतरा स्थल का निरीक्षण किया और अब तक की तैयारियों का जायजा लिया.
इस मौके पर जतरा समिति के अध्यक्ष जगराम उरांव, दीवान भौवा उरांव, रंथू उरांव, रवि तिग्गा, मणिलाल केरकेट्टा, कमले उरांव, सुशीला उरांव, रेणु तिर्की, विरेन्द्र उरांव सहित विभिन्न पाड़हा से आए सैकड़ों पाहन, महतो, मुंडा और पईनभोरा समेत अन्य शामिल थे.
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