Ranchi : कोरोना काल में भी आकांक्षा-40 अपने पुराने सत्रों के विद्यार्थियों को ऑनलाइन क्लास के जरिए उन्हें आने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार कर रहा है. आकांक्षा-40 राज्य सरकार की पहल से संचालित एक ऐसा कोचिंग संस्थान है, जहां जहां गरीब परिवार के बच्चों को सुनहरा मौका मिलता है कि वे अपनी प्रतिभा को निखार सकें. कोरोना संकट में भी आकांक्षा-40 ऐसे बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा है. हालांकि नया सत्र शुरू नहीं हो पाया है, मगर पुराने सत्र के अपने विद्यार्थियों को यह अभी तैयारी कर रहा है.
सफल साबित हुई यह योजना
वर्ष 2016 में राज्य सरकार ने आकांक्षा 40 नाम से एक कोचिंग सेंटर चलाने की योजना बनाई गई थी. यह योजना धरातल पर उतारी भी गई. इस योजना के तहत राज्य के मेधावी विद्यार्थियों को सामने लाकर विभिन्न आईआईटी, एनआईटी और नामी मेडिकल संस्थानों में नामांकन दिलवाना विभाग का मकसद था. इस उद्देश्य को कुछ हद तक पूरा भी कर लिया गया है. वहीं सिविल सर्विसेज और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए ऐसे ही निःशुल्क संस्थानों की मांग बढ़ी है. सरकार इस दिशा में फिलहाल योजना तैयार कर रही है.
जिला शिक्षा पदाधिकारी अरविंद विजय बिलुंग ने बताया कि आकांक्षा 40 संस्थान फिलहाल बरियातू में है. इसमें पढ़ने वाले बच्चों के लिए हॉस्टल भी उपलब्ध कराया गया है. भविष्य में रांची के जिला स्कूल मैदान में भी संस्थान की शुरुआत करने की योजना है. इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई करने के इच्छुक आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों के लिए आकांक्षा 40 कोचिंग संस्थान सुचारू तरीके से संचालित हो रही है. इसका फायदा भी ऐसे बच्चों और परिवार को मिल रहा है. इस कोचिंग सेंटर में एससी, एसटी, ओबीसी और अन्य वंचित वर्गों के लिए सरकारी आवासीय कोचिंग सुविधा और तमाम व्यवस्थाएं उपलब्ध है.
क्या है झारखंड सरकार की आकांक्षा–40
झारखंड सरकार मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए आकांक्षा-40 नाम से कोचिंग संस्थान संचालित करती है. इसमें प्रवेश के लिए झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से प्रवेश परीक्षा होती है. पहली बार जैक बोर्ड 2018 की परीक्षा में पास स्टूडेंट के लिए विशेष परीक्षा का आयोजन किया था. उसके बाद निरंतर हर सत्र में यह परीक्षा जैक की ओर से आयोजित की जाती रही है. इस संस्था के संचालन में सरकार रांची के कोचिंग संस्थानों के अनुभवी शिक्षकों की मदद लेती है.