Dhanbad : धनबाद के एक होटल में आदि कर्मयोगी अभियान के लिए जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनरों का चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को शुरू हुआ. कार्यक्रम में धनबाद, देवघर, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज, गोड्डा, दुमका व गिरिडीह जिले के विभिन्न विभागों के कर्मी शामिल हैं. मुख्य अतिथि धनबाद के डीसी आदित्य रंजन ने कहा कि यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर पर अभियान के सफल क्रियान्वयन को गति देगा. केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचेगा. आदि कर्मयोगी अभियान से आदिवासियों के जीवन स्तर में सुधार आएगा.
जनजातीय कार्य मंत्रालय के उप सचिव अशोक कुमार गुप्ता ने कहा कि यह एक राष्ट्रव्यापी अभियान है. इसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर आदिवासी नेतृत्व को मजबूत करना और हर आदिवासी परिवार तक गरिमा व शीघ्रता से योजनाओं का लाभ पहुंचाना है. उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन व जनजातीय कार्य मंत्रालय के मार्गदर्शन में संचालित एक मिशन बताया.
उन्होंने यह भी बताया कि अभियान के तहत 550 से अधिक जिलों के एक लाख आदिवासी बहुल गांवों में 20 लाख प्रशिक्षित नेतृत्वकर्ताओं का कैडर तैयार किया जा रहा है. यह अभियान तीन स्तंभों आदि कर्मयोगी (सरकारी अधिकारी), आदि सहयोगी (युवा नेता, शिक्षक, डॉक्टर, सेवा प्रदाता) और आदि साथी (स्वयं सहायता समूह, आदिवासी बुजुर्ग, स्वयंसेवक) पर आधारित है. ये सभी मिलकर स्थानीय समाधान और तेज परिणाम सुनिश्चित करेंगे.
यह अभियान स्मार्ट गवर्नेंस पर आधारित है, जो शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, ग्रामीण विकास, जल शक्ति और पर्यावरण जैसे विभागों में शिकायत निवारण और सेवा वितरण को सरल बनाएगा. इसके लिए आदि कर्मयोगी पोर्टल पर पंजीकरण, प्रशिक्षण मॉड्यूल, रीयल-टाइम डैशबोर्ड और फीडबैक टूल्स उपलब्ध कराए गए हैं. यह प्रशिक्षण 21 अगस्त तक चलेगा. इसके बाद 28 से 30 अगस्त तक डीपीआरसी भवन में प्रखंड स्तरीय प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा, जिसमें ग्रामीण स्तर के कर्मियों और युवकों को प्रशिक्षित किया जाएगा.
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