का दंश सिर्फ शिक्षा के अभाव में झेल रहा झारखंड, बेहतर शिक्षा के लिए सरकार उठा रही है कदम : हेमंत सोरेन
इन शर्तों के साथ दी गयी है सहमति
1. अनिवार्य प्रशिक्षण में विलंब हुए संबंधित आरक्षी का खुद का कोई दोष ना रहा हो. 2. आरक्षी द्वारा पहली बार में ही प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया गया हो. 3. यदि संबंधित आरक्षी द्वारा खुद प्रशिक्षण का त्याग किया गया हो अथवा प्रशिक्षण में असफल रहा हो, तो उसके मामले में क्षांति का प्रावधान लागू नहीं होगा.प्रशिक्षण में देरी होने की पूरी जवाबदेही सरकार की है : राकेश पांडेय
झारखंड पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडेय ने कहा कि प्राधिकार के द्वारा जवानों का प्रशिक्षण तय किया जाता है और जब भी जवानों के प्रशिक्षण में देरी हुई है, तो उसकी पूरी जवाबदेही प्राधिकार/ सरकार की है. जवान हर समय प्रशिक्षण के लिए तैयार बैठे हैं. हर बार उलझाने हेतु कोई ना कोई शर्त लगा दिया जाता है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है. बिना शर्त हमें पूर्व अवधि का एरियर चाहिए अन्यथा समय अवधि पूरा होने के पहले प्रशिक्षण पर भेजने के लिए आदेश. इसे भी पढ़ें – जल्द">https://lagatar.in/the-ban-on-promotion-will-be-removed-soon-cm-can-take-a-big-decision/">जल्दहटेगी प्रोन्नति पर लगी रोक, सीएम ले सकते हैं बड़ा फैसला [wpse_comments_template]
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