Ranchi : आजसू पार्टी की केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक आज पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने की. इस दौरान उन्होंने राज्य की मौजूदा सरकार पर तीखा हमला बोला. सुदेश महतो ने बताया कि आजसू पार्टी 22 जून को रांची में बलिदान दिवस के रूप में मनाएगी. उन्होंने कहा कि पार्टी के इतिहास, संघर्ष, योगदान और बलिदान को याद करते हुए कार्यकर्ता उस दिन श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे.
उन्होंने झारखंड सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. सुदेश महतो ने कहा कि राज्य में शराब नीति चिंता का विषय बन गई है. सरकार केवल मंईयां सम्मान योजना जैसे फंड संग्रह करने वाली योजनाओं में लगी है, जबकि आम जनता की मूलभूत समस्याओं की अनदेखी हो रही है.उन्होंने कहा कि झारखंड में पेंशन योजनाएं बाधित हैं, कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा, और जिन ठेकेदारों ने काम किया है, उन्हें भुगतान तक नहीं मिला है. राज्य में भय का माहौल है और लोग खुलकर अपनी बात नहीं रख पा रहे हैं. उन्होंने इसे 'अराजकता की स्थिति' बताया.
कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए सुदेश महतो ने कहा कि पेसा कानून किसी एक राज्य के लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए है. कांग्रेस की सोच केवल लोगों को गुमराह करने की है. उन्होंने पूछा कि कांग्रेस रांची में किस मॉडल को लागू करना चाहती है, यह केवल कांग्रेसी ही जानते होंगे.उन्होंने आरोप लगाया कि झारखंड सरकार ने पेसा कानून को लागू करने का वादा किया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. इससे कई वर्ग प्रभावित हो रहे हैं. आदिवासी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है.
उन्होंने कहा कि पहले जिन मुद्दों को लेकर सरकारें सड़कों पर उतरती थीं, आज वही सरकार लाठी और गोली से आंदोलन को दबा रही है. राज्य की जनता चाहती है कि पेसा कानून का पूरी तरह से संरक्षण हो .सुदेश महतो ने यह भी सवाल उठाया कि यह कैसी सरकार है, जो अब तक जिला-वार भाषाओं का चयन तक नहीं कर पाई है. कहा कि झारखंड विविधता का प्रदेश है, इसलिए स्थानीय भाषाओं को जिलेवार मान्यता मिलनी चाहिए
केंद्र में एनडीए सरकार की 11 वर्षों की उपलब्धियों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत की कल्पना आज साकार हो रही है. कश्मीर से कन्याकुमारी तक पहली बार ट्रेन सेवा शुरू की गई है, जो आज़ाद भारत में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है. बैठक में सांसद रामटहल चौधरी, विधायक तिवारी महतो, केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत सहित कई वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे.