Ranchi : सिमडेगा ज़िले के बोलबा प्रखंड स्थित संत तेरेसा चर्च में हुई लूटपाट और तीन पुरोहितों पर जानलेवा हमले की घटना ने पूरे ईसाई समुदाय को झकझोर कर रख दिया है. इसे अमानवीय कृत्य करार देते हुए ऑल इंडिया क्रिश्चियन माइनॉरिटी फ्रंट (एआईसीएमएफ), झारखंड प्रदेश इकाई ने इसकी तीव्र भर्त्सना की. इसे धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला बताते हुए सामाजिक सहिष्णुता और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ एक गंभीर षड्यंत्र करार दिया.
घायल पुरोहितों से मिला प्रतिनिधिमंडल
घटना की जानकारी मिलते ही एआईसीएमएफ का प्रतिनिधिमंडल सिमडेगा पहुंचा और घायल पुरोहितों फादर इग्नासियुस टोप्पो, फादर रोशन सोरेंग और फादर अगस्टीन डुंगडुंग से मुलाकात की. साथ ही प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की.
यह मानवता पर सीधा हमला है प्रवीण कच्छप
प्रदेश महासचिव प्रवीण कच्छप ने घटना पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, यह हमला केवल चर्च या पुरोहितों पर नहीं, बल्कि पूरे लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष ढांचे पर सीधा आघात है. यह दर्शाता है कि अब धार्मिक स्थलों और वहां सेवा देने वालों की सुरक्षा भी खतरे में है. जब तक आरोपियों को न्याय नहीं मिलता, हम ईसाई समुदाय के साथ खड़े रहेंगे.
सरकार की नाकामी उजागर : प्रदेश सचिव अजय एक्का
फ्रंट के झारखंड प्रदेश सचिव और ठेठईटांगर पश्चिमी जिप सदस्य अजय एक्का ने कहा, यह घटना बेहद शर्मनाक और चिंता जनक है. आज चर्च और धार्मिक स्थलों पर हमलों में बढ़ोतरी हो रही है और सरकार इन घटनाओं को रोकने में पूरी तरह विफल रही है. हम सरकार से मांग करते हैं कि दोषियों को अविलंब गिरफ्तार कर कड़ी सजा दी जाये.
फ्रंट ने जिला प्रशासन और राज्य सरकार के समक्ष तीन ठोस मांगें रखी हैं. घायल पुरोहितों का इलाज तत्काल अच्छे अस्पतालों में सुनिश्चित कराया जाये. -सभी आरोपियों को अविलंब गिरफ्तार कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाया जाये, ताकि उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिले.चर्च और पुरोहितों की सुरक्षा के लिए स्थायी और प्रभावी व्यवस्था लागू की जाये, ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में दोबारा न हों.